लखनऊ: किसान आंदोलन को लेकर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर ने कमिश्नरेट लखनऊ के समस्त राजपत्रित अधिकारियों के साथ मीटिंग की. किसान आंदोलन के तहत सोमवार को किसानों को कृषि कानून के विरोध में सड़कों पर निकलना था. इसे देखते हुए पुलिस कमिश्नर लखनऊ ने रविवार की रात कमिश्नरेट लखनऊ के समस्त राजपत्रित अधिकारियों के साथ कैंप कार्यालय पर एक मीटिंग का आयोजन किया. मीटिंग के दौरान पुलिस कमिश्नर लखनऊ ने चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था व कड़े इंतजाम करने के निर्देश दिए थे.
किसान आंदोलन को रोकने के लिए पुलिस रही सड़कों पर मुस्तैद
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को किसान आंदोलन के मद्देनजर जगह-जगह पुलिस तैनात रही. कई स्थानों पर रूट डायवर्जन किए गए थे.
किसान निकले विरोध दर्ज कराने, रास्ते में रोका
सोमवार को सुबह से ही भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के लोग पैदल मार्च पर निकले थे. किसान आंदोलन को लेकर चिनहट के ग्रामीण क्षेत्र की तरफ से किसान लखनऊ आ रहे थे. इसकी जानकारी लगते ही आनन-फानन में मौके पर चिनहट पुलिस पहुंची. पुलिस ने देवा रोड को ब्लॉक कर किसान यूनियन के लोगों को रास्ते में ही रोक लिया. कगिनहत 6 के धावा गांव से जिलाधिकारी कार्यालय लखनऊ के लिए किसान निकले थे. इसमें 50 से ज्यादा किसान यूनियन के लोग शामिल थे.
पुलिस फोर्स सड़कों पर रही तैनात
रविवार रात लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने किसान आंदोलन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने और किसान आंदोलन को रोकने के लिए निर्देश दिए थे. साथ ही पुलिस फोर्स को सड़कों पर रहने की हिदायत दी थी. इसको लेकर सोमवार को लखनऊ पुलिस पीएसी बल के साथ चिनहट बॉर्डर, उन्नाव बॉर्डर, हरदोई बॉर्डर व सीतापुर बॉर्डर पर तैनात रही. वहीं लखनऊ के अंदर पुलिस परिवर्तन चौराहा, हजरतगंज चौराहा, 1090 चौराहा, चिनहट देवां रोड समेत अन्य जगहों पर पुलिस किसान आंदोलन को रोकने के लिए तैनात रही.
किसान आंदोलन को लेकर राहगीरों को झेलनी पड़ी समस्या
सोमवार को कृषि कानून को लेकर जिस तरह से किसान आंदोलन करने निकल पड़े थे, वहीं पुलिस ने कई जगहों के रूट डायवर्जन किए. इसको लेकर सड़कों पर निकल रहे लोगों को काफी तकलीफों का भी सामना करना पड़ा और जाम की स्थिति भी देखने को मिली. जिसमें हजरतगंज का परिवर्तन चौराहा, चिनहट का मटियारी व देवां रोड के साथ ही चिनहट तहसील की तरफ जाने वाले रोड पर भी जाम की स्थिति देखने को मिली. फिलहाल पुलिस ने किसान आंदोलनकारियों को रास्ते में ही रोक लिया था.