लखनऊ:राजधानी के तेलीबाग नहर चौराहे पर फर्जी नंबर और हाईकोर्ट लिखी एक गाड़ी को ट्रैफिक पुलिस ने पकड़ लिया है. इलाहाबाद नंबर की कार को एसआई ने रोककर कागजात चेक किए, तो गाड़ी पर अंकित नंबर एक ऑटो का निकला.
गाड़ी पर अंकित नंबर अलग-अलग
तेलीबाग नहर चौराहे पर वाहन चेकिंग के दौरान यातायात उपनिरीक्षक भरत वीर सिंह ने कार को रोका और उसके कागजात चेक किए तो कागजात और गाड़ी पर अंकित नंबर अलग-अलग मिले. गाड़ी पर लिखे नंबर को यातायात उपनिरीक्षक ने सर्च किया तो वह नंबर एक ऑटो का निकला. गाड़ी पर हाईकोर्ट लिखा था. कार इलाहाबाद से लखनऊ आई थी.
गाड़ी को सीज कर ट्रैफिक पुलिस लाइन भेजा
गाड़ी तेलीबाग नहर पुल पर पहुंची तो वाहन चेकिंग कर रहे यातायात उप निरीक्षक ने गाड़ी को रोक लिया. चालक बगैर फिटबिट लगाए हाईकोर्ट लिखी गाड़ी को चला रहा था. गाड़ी के कागजात चेक किए गए तो गाड़ी पर लिखा नंबर फर्जी निकला. इसके आधार पर यातायात उपनिरीक्षक ने गाड़ी को सीज कर ट्रैफिक पुलिस लाइन भेज दिया है.
इसरार अहमद की भी जांच की जाएगी
पुछताछ करने पर इलाहाबाद के रहने वाले चालक इसरार अहमद ने बताया कि वह लखनऊ किसी काम से आया है. गाड़ी पर नंबर पेंटर की गलती से लिखा गया है. गाड़ी पर लिखे हाईकोर्ट के बारे में जब पूछा गया तो उसने बताया कि भाई हाईकोर्ट में है. इसलिए गाड़ी पर हाईकोर्ट लिखा है.
गाड़ी के कागजात भी इसरार के घर के किसी भी सदस्य के नहीं थे.वह भी किसी अन्य के नाम निकला. इस पर यातायात उपनिरीक्षक ने इसरार अहमद को भी रोक लिया है. यातायात उपनिरीक्षक भरत वीर सिंह ने अपने उच्च अधिकारियों को फोन पर इसकी सूचना दे दी है. अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद इसरार अहमद की भी तहकीकात की जाएगी.