लखनऊ: राजधानी के गाजीपुर थाना अंतर्गत छोटी होली यानी की 7 मार्च को ओला उबर चालक शिव शंकर गुप्ता की हत्या संदिग्ध परिस्थितियों में की गई थी. इतना ही नहीं ओला उबर चालक शव को वैगनआर गाड़ी से किसान पथ के नजदीक नाले में ठिकाने लगाया गया था. वहीं, इस मामले का रविवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है. साथ ही हत्या के आरोपी सूरज गुप्ता और मोनू गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के पास से लूट किए हुए 3500 रुपए और वैगनआर कार और हत्या में प्रयोग किए हुए चाकू भी बरामद किया गया है. हैरान कर देने की बात यह है कि आरोपियों ने होली में अपना निजी खर्च पूरा करने के लिए वारदात को अंजा दिया था.
डीसीपी कासिम आब्दी ने बताया कि हत्या की जानकारी तब हुई जब शिव शंकर गुप्ता के भाई शुभम द्वारा 7 मार्च को शिकायत की गई कि उसका भाई अभी तक घर वापस नहीं आया. जिसके बाद पुलिस ने शिकायत पर गुमशुदगी में मुकदमा पंजीकृत किया और इस घटनाक्रम को लेकर छानबीन करने में जुट गई. जिसके बाद शिव शंकर गुप्ता की कॉल डिटेल और सीडीआर को निकाला गया. जिससे यह पता चला कि शिव शंकर गुप्ता ओला उबर के ड्राइवर थे, जो कार बुक करके सवारी लेने गए हुए थे. जिस नंबर से कार की बुकिंग की गई थी. वह नंबर मोनू चौहान का है. इसके बाद पुलिस ने बुकिंग करने वाले आरोपी मोनू चौहान को हिरासत में लिया गया. पूछताछ की गई तो पता चला कि इसका साथी बीबीडी निवासी सूरज राजपूत और मोनू चौहान दोनों मिलकर हत्या की घटना को अंजाम दिया है.
डीसीपी कासिम आब्दी ने कहा कि सूरज गुप्ता और उसका साथी मोनू चौहान ने कैब बुक करके पहले तकरोही तक गए और उसके बाद चालक से लूटपाट की. फिर चाकू से वार कर हत्या कर दी. जिसके बाद हत्या की घटना को अंजाम देकर मृतक कैब चालक शिव शंकर गुप्ता को कैब में रखकर किसान पथ के पास के नाले में डालकर छुपाने का प्रयास किया गया और उसके बाद फरार हो गए. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 3500 रुपये बरामद किए है. कहा कि