लखनऊः गिरधारी विश्वकर्मा एनकाउंटर पर आजमगढ़ सीजेएम कोर्ट ने पिछले दिनों आदेश दिया था कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए. इस आदेश के बावजूद अभी तक हजरतगंज पुलिस ने डीसीपी ईस्ट संजीव सुमन, इंस्पेक्टर विभूति खंड चंद्रशेखर सिंह और संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज नहीं की. आरोप है कि हजरतगंज पुलिस दो दिन से कोर्ट के आदेश की कॉपी दबाए बैठी है. इंस्पेक्टर हजरतगंज श्यामबाबू शुक्ल का कहना है कि आदेश की कॉपी मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी.
पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या से जुड़ा है मामला
गिरधारी को लखनऊ पुलिस ने मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में गिरफ्तार कर जेल भेजा था. फिर एक दिन पुलिस ने बताया कि असलहा बरामद कराने ले जाते समय गिरधारी ने एक दारोगा के कनपटी पर पिस्टल रखकर भागने का प्रयास किया. इसके बाद पुलिस की मुठभेड़ में मारा गया. इस पर वकील सर्वजीत सिंह ने कोर्ट में अर्जी देते हुए, अजीत सिंह की हत्या के आरोपी गिरधारी विश्वकर्मा की पुलिस रिमांड के दौरान मुठभेड़ में मौत को लेकर न्यायिक कार्रवाई में झूठे तथ्य देने और कमिश्नर डीके ठाकुर, डीसीपी संजीव सुमन, एसीपी प्रवीण मालिक और थानाध्यक्ष विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी. इस पर जिला न्यायाधीश दिनेश कुमार शर्मा ने मामले की सुनवाई के लिए सीजेएम ने रिपोर्ट तलब की थी.