लखनऊ : पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों के फर्जीवाड़े के मामले में कोर्ट ने निलंबित समीक्षा अधिकारी उमेश मिश्रा की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेज दिया है. आरोपी उमेश मिश्रा से ठगी के संबंध में पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में उमेश मिश्रा ने ठगी के आरोपियों से अपनी बेटी के खाते में रुपये मंगाए जाने की पुष्टि की है. बता दें कि आरोपी उमेश से जेल में भी पूछताछ की गई थी. तब उसने कई सवालों के जवाब नहीं दिए थे.
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इंदौर के व्यापारी ने कराई थी FIR दर्ज
पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों के फर्जीवाड़े के मामले में कोर्ट ने निलंबित समीक्षा अधिकारी उमेश मिश्रा की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेज दिया है. न्यायालय ने उमेश मिश्रा को गुरुवार रात 8 बजे से शुक्रवार रात 8 बजे तक के लिए रिमांड पर भेजा है. जिसके बाद पुलिस उमेश से लगातार पूछताछ कर रही है. एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव के मुताबिक, आरोपी से जेल में भी पूछताछ की गई थी, जिस पर उसने कई सवालों के जवाब नहीं दिए थे और गुमराह किया था. छानबीन में सामने आया था कि उमेश मिश्रा ने ठगी के आरोपियों से अपनी बेटी के खाते में रुपये मंगाए थे. मामले को लेकर 13 जून 2020 को इंदौर के व्यापारी मंजीत सिंह भाटिया उर्फ रिंकू ने हजरतंगज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी.
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72 लाख ठगी का आरोप
इस मामले में उमेश कुमार मिश्रा, अमित मिश्रा और आशीष राय समेत 13 आरोपियों को नामजद किया गया था. सभी पर कूटरचित दस्तावेजों और छद्म नाम से गेहूं, आटा, शक्कर, दाल आदि की सप्लाई का ठेका दिलवाने के नाम पर कुल 9 करोड़ 72 लाख 12 हजार रुपये की ठगी करने का आरोप है. उमेश मिश्रा पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था. इसके बाद आरोपी ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था.