लखनऊ: राजधानी में कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू किया गया था. कमिश्नर सिस्टम लगने के 8 महीने बाद पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत आने वाली जनता को बेहतर पुलिस सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक वेबसाइट lucknowpolice.up.gov.in का उद्घाटन किया है. इस वेबसाइट पर लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत दी जाने वाली सुविधा सरल व आसान तरह से लोगों तक पहुंच पाएंगी.
लखनऊ पुलिस की नई वेबसाइड लॉन्च नहीं लगाने पड़ेंगे सरकारी ऑफिसों के चक्कर
लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वेबसाइट को खास तरीके से डिजाइन किया गया है. इसमें कोर पुलिसिंग की सुविधा के साथ-साथ चरित्र प्रमाण पत्र, आर्म लाइसेंस रिपोर्ट, पुलिस वेरीफिकेशन, किराएदार वेरीफिकेशन जैसी सुविधाएं काफी आसान व सरल हो जाएंगी. अब इसके लिए लोगों को कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. अब लोगों को एक निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत यह दस्तावेज उपलब्ध हो जाएंगे.
संस्कृत में लिखा है लखनऊ कमिश्नर का संदेश. वेबसाइट पर कर सकेंगे आवेदन
अभी तक लखनऊ के लोगों को चरित्र प्रमाण पत्र बनाने के लिए डालीगंज स्थित कार्यालय में चक्कर लगाने पड़ते थे. एक चरित्र प्रमाण पत्र बनाने के लिए सामान्यतः एक व्यक्ति को 2 से 3 महीने का समय लग जाता था. पहले चरित्र प्रमाण पत्र बनने के लिए फाइल पुलिस थाने से लेकर डीसीआरबी, इंटेलिजेंस के दफ्तर तक जाती थी. वहां से अप्रूवल मिलने के बाद ही चरित्र प्रमाण पत्र दिया जाता था. लेकिन अब यह सभी काम वेबसाइट की मदद से किए जाएंगे. ऐसे में चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने वाले लोगों को इन कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. चरित्र प्रमाण पत्र के लिए वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकेगा. साथ ही वेबसाइट पर ही आवेदक अपने आवेदन का स्टेटस भी देख सकेगें.
प्रमाण पत्र के लिए कर सकेंगे आवेदन. एक महीनें में प्राप्त हुआ 40 हजार का भुगतान
लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने के लिए 15 दिनों की समय अवधि का निर्धारण किया है. यानी अब ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आपको 15 दिन में आपका चरित्र प्रमाण पत्र मिल जाएगा. प्रमाण पत्र बनाने के लिए वेबसाइट पर आवेदन करने के बाद 50 रुपये का शुल्क देना होगा. पिछले 1 महीने से इस वेबसाइट को ट्रायल के तौर पर चलाया जा रहा था. इस दौरान वेबसाइट को 40 हजार का भुगतान प्राप्त हुआ है.
इन भाषाओं में कर सकेंगे आवेदन
लोगों को समस्या न हो इसलिए वेबसाइट पर हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं की सुविधा होगी. दोनों भाषाओं के जानकार यहां अपनी भाषा में आवेदन कर सकेंगे. आवेदन रजिस्ट्रेशन होने वाला दस्तावेज तैयार हो जाने के बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर वेबसाइट की ओर से मैसेज भेज कर जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी. वेबसाइट को ओपन करने पर सबसे पहले आपको पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे का संदेश मिलेगा. इसमें वह पुलिस की जिम्मेदारियों को बताते हुए नजर आ रहे हैं. संदेश के बाद संस्कृत में लिखा है "वयं रक्षणाम सेवामहे" इसका मतलब है कि हम आप की रक्षा के लिए हमेशा सेवा में मौजूद हैं.
शिकायतें भी करा सकेंगे दर्ज
वेबसाइट में लखनऊ पुलिस सुजीत पांडे के स्लोगन के साथ बुलेटिन मौजूद है. इसमें आपको पुलिस विभाग की लेटेस्ट गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलती रहेगी. साथ ही वेबसाइट के होम पेज पर चरित्र सत्यापन, किरायेदार सत्यापन, यातायात मार्गदर्शिका, साइबर अपराध, महिला अपराध एवं सुरक्षा, निविदा, पुलिस सेवाएं व कार्य से संबंधित जानकारियां उपलब्ध है. पुलिस सेवा और कार्य सेक्शन में प्रेस विज्ञप्ति, पुलिस गौरव, उपलब्धियां, ऑनलाइन शिकायत यातायात, वरिष्ठ नागरिक, जागरूक नागरिक, खोया पाया, सतर्क रहें सुरक्षित रहें, कम्युनिटी पुलिसिंग, निविदाएं, पुलिस स्टेशन आदि के बारे में विस्तृत जानकारियां उपलब्ध कराई गई हैं. वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत भी की जा सकती है.
बेवसाइट पर शिकायतें भी करा सकेंगे दर्ज. घर बैठे मिलेगी पुलिस की सुविधा
वेबसाइट का उद्घाटन करते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने बताया कि वेबसाइट पर 5 हजार से अधिक जानकारियां उपलब्ध हैं. इस साइट की मदद से आमजन पुलिस की बेहतर सुविधाएं अनुभव करेंगे. इससे लोगों को घर बैठे पुलिस की सुविधाएं मिलेंगी. लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने कहा कि हम लगातार लखनऊवासियों को बेहतर पुलिसिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए तमाम कार्य किए गए हैं. अपराधियों के खिलाफ बड़ी संख्या में कार्रवाई की गई है. वहीं लॉकडाउन के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए कई प्रयास किए गए हैं.
बेवसाइट पर मिलेगी लखनऊ पुलिस से जुड़ी जानकारी. महिलाओं की सुरक्षा का रखा ध्यान
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि, लखनऊ में 12,188 कैमरे लगाए गए हैं. 1156 कैमरे बैंकों के आसपास लगाए गए हैं. ताकि हम ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के साथ बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता कर सकें. पिछले 2 महीने में सभी बैंक वैन के कैमरे को इंटीग्रेट करके हमने कंट्रोल रूम से जोड़ने का काम किया है, जिससे सुरक्षा को पुख्ता किया जा सके. इसी के साथ महिलाओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. 200 से अधिक दुष्कर्म की पीड़ित महिलाओं के साथ 'वन विक्टिम वन पुलिस ऑफिसर' के कॉन्सेप्ट के तहत उनके साथ एक पुलिस कर्मचारी को लगाया गया है, जिससे उन्हें अपनी पैरवी में किसी तरह की कोई समस्या न हो.