लखनऊ:राजधानी की हजरतगंज पुलिस व सर्विलांस टीम ने जालसाजों का ऐसा गिरोह पकड़ा है, जिसने शहर के नामी डॉक्टरों के नाम पर फर्जी दस्तावेज लगाकर लोन पास कराते थे. पकड़े गए पांचों शातिर प्राइवेट बीमा कंपनी में फर्जी दस्तावेज लगाकर लोन की राशि निकाल लेते थे. उसके बाद लोन के मिले रुपये को आपस में बांट लिया करते थे. इन जालसाजों से कई जाली दस्तावेज मिले हैं. पुलिस गिरोह के मास्टर माइंड की तलाश कर रही है.
डॉक्टरों के जाली दस्तावेजों से लोन लेने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार
राजधानी लखनऊ में पुलिस और सर्विलांस टीम ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंकों में खाता खुलवा कर लोन लेने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये जालसाज प्राइवेट बीमा कंपनी में आवेदन कर फर्जी तरीके से लोन पास करवाते थे.
जानकारी के मुताबिक, अभी हाल ही के दिनों में हजरतगंज कोतवाली में एक मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें पीड़ित डॉक्टर ने जिक्र किया था कि उनके नाम से तैयार कराए गए फर्जी दस्तावेजों से प्राइवेट बीमा कंपनी से लोन पास करा लिया गया है, लेकिन उन्होंने किसी भी कंपनी में लोन के लिए आवेदन नहीं किया. पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही थी. तभी सर्विलांस टीम की मदद से नामी डॉक्टरों के कूट रचित दस्तावेज तैयार कर बैंकों में खाता खुलवाने का काम करने वाले गिरोह का पता चला. ये शातिर प्राइवेट बीमा कंपनी से धोखाधड़ी कर लोन पास करवा लेते थे.
हजरतगंज इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला के अनुसार, आरोपियों की पहचान रितेश शुक्ला निवासी बिजनौर, ईशान शर्मा निवासी गोमती नगर विस्तार, अभिमन्यु रॉय, मोहित कुमार वर्मा और महेंद्र पांडेय उर्फ मुन्ना निवासी बाराबंकी के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि यह गिरोह कूट रचित दस्तावेज तैयार कर नामी डॉक्टरों के नाम पर फर्जी बैंकों में खाता खुलवा कर उन खातों के माध्यम से प्राइवेट बीमा कंपनी से लाखों रुपये का लोन उठाया करते थे. यह गिरोह अब तक करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है. इस मामले पर जांच की जा रही है, जिससे इस गिरोह के अन्य लोगों का भी खुलासा किया जा सके.