कानपुर:शुक्रवार को जुमे की नमाज है. इसको लेकर पुलिस ने खास रणनीति बनाई है. पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल का कहना है कि पिछले शुक्रवार को हिंसा हुई थी. उसको देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. पीस कमेटी की बैठक कर मुस्लिम धर्मगुरुओं को जिम्मेदारी दी गई है कि जहां पर नमाज पढ़ी जाएगी, वहां पर वे अपने दस-दस वालंटियर लगाएं. नमाज पढ़ने आने वाले लोगो को समझाएं कि वे शान्तिपूर्वक अपने घरों को जाएं.
कानपुर में एक्शन मोड में पुलिस. पुलिस के साथ खुफिया तंत्र पूरी तरह से सक्रिय है. बीते शुक्रवार को यतीमखाने में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में जुमे की नमाज के बाद जमकर पत्थरबाजी और आगजनी हुई थी. भारी पुलिस बल, पीएसी और अर्ध सैनिक बल लगाकर स्थिति को कंट्रोल करना पड़ा था.
पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
सुलतानपुर: नागरिकता संशोधन कानून पर फिर से हिंसा न भड़के, इसे देखते हुए पुलिस ने शहर के विभिन्न मार्गों पर फ्लैग मार्च किया. पुलिस अधीक्षक ने प्रमुख मस्जिद के मौलानाओं के साथ बैठक की. शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद लोग शांति व्यवस्था कायम रखें. इसे लेकर सहयोग का आह्वान किया गया.
सुलतानपुर में संवेदनशील स्थानों में निकाला गया फ्लैग मार्च. बीते शुक्रवार को नागरिकता कानून को लेकर बड़े पैमाने पर जिले में हिंसात्मक गतिविधियां देखी गई थी. पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. लाठीचार्ज भी करना पड़ा. इस दौरान कांग्रेसी नेता की पुलिस ने बर्बर पिटाई भी की थी. मामले में दोबारा माहौल खराब न हो. इसे देखते हुए पुलिस अलर्ट हो गई है. पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार ने शहर के प्रमुख मौलानाओं के साथ बैठक की, जिसमें जुमे की नमाज के बाद की स्थिति पर विचार-विमर्श किया गया. शांति व्यवस्था कायम रखने में सभी वर्ग के लोगों का सहयोग मांगा गया.
संवेदनशील स्थानों पर बढ़ाई गई पुलिस बल की संख्या
मुरादाबाद: मुरादाबाद में लोगों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया था. एक बार फिर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है. पिछले सप्ताह हुई हिंसा में सबसे ज्यादा मुरादाबाद मंडल प्रभावित हुआ था. मंडल के चार जनपदों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे और करोड़ों की सरकारी सम्पत्ति को आग लगाई थी. रामपुर, सम्भल और बिजनौर में प्रदर्शनकारियों की मौत भी हुई, जिसके बाद प्रशासन अब कोई जोखिम नहीं लेना चाहता.
मुरादाबाद में पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च. दरअसल, शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोगों के जमा होने और प्रदर्शन करने की आशंका जताई जा रही है. भीड़ को उग्र होने से रोकने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तैयारियों में जुटे हैं. शहर में एक तरफ जहां शांति समिति की बैठक आयोजित कर लोगों को संयम बरतने की अपील की जा रहीं है. वहीं दूसरी तरफ संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल की संख्या बढ़ाई जा रहीं है. पुलिस अधिकारी शहर में पैरामिलिट्री फोर्स के साथ फ्लैग मार्च कर लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रहें है.
जिलाधिकारी ने लोगों को किया जागरूक
कासगंज: जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक सुशील घुले की अध्यक्षता में गुरुवार को सदर तहसील में शांति समिति की एक बैठक की गई, जिसमें सभी धर्मों के धर्मगुरुओं के साथ-साथ क्षेत्र के गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे. वहीं इस बैठक में CAA और NRC को लेकर लोगों को जागरूक किया गया. सभी लोगों को जिला प्रशासन की तरफ से पंपलेट बांटकर इसके बारे में जानकारी दी गई. नागरिकता कानून पर पेम्फ्लेट बांटने के अलावा शहर जिले की मिश्रित और घनी आबादी में इसकी जानकारी देते हुए होर्डिग भी लगाए गए हैं.
कासगंज में डीएम ने लोगों से की अफवाहों से दूर रहने की अपील. पीस कमेट की बैठक के बाद जिला अधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि जनपद में 15 जनवरी तक के लिए धारा 144 लागू है. कोई भी व्यक्ति समूह बनाकर न घूमें. अगर जनपद में CAA और NRC को लेकर किसी ने अफवाह फैलाने या फिर जनपद का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो जिला प्रशासन उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगा. इस शांति समिति की बैठक में धर्म गुरुओं के अलावा एसडीएम, सीओ, तहसीलदार नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि, सभी सभासद व शहर के व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष और पदाधिकारी भी उपस्थित रहे.