लखनऊ: नवाबों के शहर लखनऊ में कई ऐसी ऐतिहासिक इमारतें हैं जो धार्मिक स्थान होने के साथ पर्यटकों के लिए भी घूमने की पसंदीदा जगहें मानी जाती हैं. लेकिन इन इमारतों की सही से देख रेख ना होने के चलते यह इमारतें बदहाल नजर आने लगी हैं. जिसको लेकर बेगमात रॉयल फैमिली ऑफ अवध की अध्यक्ष फरहाना मलिकी ने 26 जुलाई को प्रधानमंत्री कार्यालय में पत्र भेजकर इन इमारतों की देखरेख और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मांग उठाई थी.
ऐतिहासिक इमारतों को लेकर पीएमओ ने जारी किये निर्देश इसका संज्ञान लेते हुए पीएमओ ने राज्य सरकार के साथ 'आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया' को निर्देश जारी कर इनके सुंदरीकरण करने की बात कही है.
इमारतों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पीएमओ ने जारी किये निर्देश-
- लखनऊ शहर की ऐतिहासिक इमारतें अनदेखी के चलते बदहाल नजर आने लगी हैं
- बेगमात रॉयल फैमिली ऑफ अवध की अध्यक्ष फरहाना मलिकी ने प्रधानमंत्री कार्यालय में पत्र भेजा.
- पत्र भेजकर इन इमारतों की देखरेख और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मांग उठाई थी.
- पीएमओ ने संज्ञान में लेते हुए राज्य सरकार के साथ आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को निर्देश जारी किया.
- पीएमओ ने निर्देश जारी करके सुंदरीकरण करने की बात कही.
जो हमने पीएमो साहब को लेटर लिखा था. इमारतों को लेकर उसको संज्ञान में लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा गया है. कि ये इमारतों की हालत एसी इतनी बदहाल क्यों हैं. हम लोगों ने इमारतों की बदहाली है और उसकी रिनोवेशन की मांग की थी. हमने ये मांग की थी कि जितनी भी इमारतें हैं वो नॉन ट्रैफिक जोन घोषित हो जायें. हम प्रधानमंत्री जी की द्वारा लिये गये संज्ञान से बहुत संतुष्ट हैं.
- फरहाना मलिकी, अध्यक्ष, बेगमात रॉयल फैमिली ऑफ अवध