लखनऊ: कोरोना संकट काल में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से किए गए सेवा कार्यों को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने समीक्षा की. इस समीक्षा अभियान कार्यक्रम का नाम दिया गया- सेवा ही संगठन. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को इस अभियान की समीक्षा के बाद संबोधित भी किया और 'नर सेवा नारायण सेवा' के भाव को भी बताया. यूपी बीजेपी मुख्यालय पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.
सात राज्यों के बीजेपी नेताओं ने लिया हिस्सा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उत्तर प्रदेश में पार्टी संगठन द्वारा किए गए सेवा कार्यों की विस्तार से जानकारी दी. इसके साथ ही सात अन्य राज्यों के भी बीजेपी नेता इस समीक्षा अभियान में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े. प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि बूथ अध्यक्षों, सेक्टर प्रभारियों, मंडल अध्यक्ष, जिला टीम, क्षेत्रीय टीम, प्रदेश के लोगों और जन प्रतिनिधियों ने अनुकरणीय कार्य किया है.
92 लाख 44 हजार लोगों को बांटा गया मास्क
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने पीएम मोदी को जानकारी देते हुए बताया, 'पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा जरूरतमंदों को सेवा ही संगठन अभियान के तहत 4 करोड़ 32 लाख लोगों को भोजन पैकेट वितरित किया गया. 40 लाख 54 हजार लोगों को राशन किट वितरित किया गया. साथ ही 92 लाख 44 हजार लोगों को मास्क वितरित किया गया. पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने साढ़े आठ लाख से अधिक मास्क तैयार किए हैं. 2 करोड़ से अधिक लोगों को आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल कराया गया. लाखों कार्यकर्ताओं ने करोड़ों रुपये पीएम केयर्स फंड में सहयोग कराया और खुद भी जमा किया.'
2 लाख 35 हजार कोरोना योद्धाओं का किया गया सम्मान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि 92 हजार 745 बूथों पर स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा के लिए लगे 2 लाख 35 हजार कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एवं ऑडियो ब्रिज कॉल के माध्यम से संवाद कर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को सेवा कार्य के लिए प्रेरित किया गया, जिसमें 297 वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 19 हजार 869 कार्यकर्ता जुड़े. जबकि 377 ऑडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 1 लाख 54 हजार 683 कार्यकर्ता जुड़े.