लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस के नियंत्रण और आगामी कार्ययोजना को लेकर बातचीत की. पीएम मोदी ने कहा कि संयम, संवेदना, संवाद और सहयोग का जो प्रदर्शन कोरोना काल में देश ने दिखाया है, उसको हमें आगे भी जारी रखना है. कोरोना संक्रमण के विरुद्ध लड़ाई के साथ-साथ अब आर्थिक मोर्चे पर भी हमें पूरी ताकत से आगे बढ़ना है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य की सरकार ने कोविड नियंत्रण के सम्बन्ध में प्रशंसनीय कार्य किया है. प्रतिदिन डेढ़ लाख की रिकॉर्ड टेस्टिंग व्यापक स्तर पर की जा रही है. यहां पर मृत्यु दर भी कम है.
प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश सहित 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद कर रहे थे. इन राज्यों में आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, पंजाब, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश शामिल थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रभावी टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट, सर्विलांस और स्पष्ट मैसेजिंग पर अपना फोकस और बढ़ाना होगा. उन्होंने कहा कि बीते महीनों में कोरोना के इलाज से जुड़ी जिन सुविधाओं का विकास किया गया है, वह हमें कोरोना से मुकाबले में बहुत मदद कर रही हैं. अब हमें कोरोना से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को और भी मजबूत करते हुए हेल्थ, ट्रैकिंग-ट्रेसिंग से जुड़े नेटवर्क के लिए बेहतर ट्रेनिंग भी करनी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में राज्य में कोविड-19 के विरुद्ध प्रभावी और मजबूती से लड़ाई लड़ी जा रही है. वर्तमान में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 61,699 है, जबकि अब तक पूर्ण उपचारित मरीजों की संख्या 3,02,689 है. प्रत्येक जनपद में इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर स्थापित कर प्रबन्धन की कार्रवाई संचालित की जा रही है. इसके माध्यम से होम आइसोलेशन और कोविड अस्पतालों में भर्ती सभी मरीजों से नियमित रूप से संवाद स्थापित किया जाता है.
सर्विलांस के लिए 70 हजार से अधिक टीमें, रोज डेढ़ लाख टेस्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निरन्तर सर्विलांस के लिए प्रदेश में 70 हजार से अधिक निगरानी टीमों का गठन किया गया, जिनके द्वारा लक्षणयुक्त व्यक्तियों की पहचान कर उनकी टेस्टिंग सुनिश्चित की जाती है. बेहतर संवाद और सर्विलांस के माध्यम से संक्रमण और मृत्यु दर को न्यूनतम किया गया है. कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग पर विशेष फोकस किया गया है. सभी कोविड हेल्प डेस्क और सर्विलांस टीमों को पल्स ऑक्सीमीटर एवं इन्फ्रारेड थर्मामीटर उपलब्ध कराए गए हैं. प्रदेश में प्रतिदिन लगभग डेढ़ लाख टेस्टिंग की जा रही है, जिसमें से 50 हजार टेस्टिंग आरटी-पीसीआर के माध्यम से की जा रही है.