लखनऊ :उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में टैक्सटाइल पार्क के एमओयू के अवसर पर कहा कि यूपी में उद्योगपतियों की सुरक्षा और उनकी पूंजी की सुरक्षा की पूरी गारंटी है. यहां आपको किसी तरह की कोई परेशानी सामने नहीं आएगी. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस योजना को लेकर आभार व्यक्त किया कि योजना के लिए लखनऊ और हरदोई रोड को चुना गया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में यह टैक्सटाइल पार्क कपड़ा उद्योग के लिए मील का पत्थर साबित होगा. हमारी सरकार इसके लिए प्रयासरत है.
अतीक की हत्या के बाद पहली बार बोले सीएम योगी, कहा- खत्म हुआ माफिया का कलंक
लखनऊ में मलिहाबाद ब्लाॅक के अटारी गांव में विकसित हो रहे इंटीग्रेटेड टैक्सटाइल पार्क के एमओयू के अवसर पर सीएम योगी ने दावा किया कि राज्य दंगों के लिए बदनाम था, लेकिन 2017 से 2023 तक एक भी दंगा नहीं हुआ और ना ही राज्य में कर्फ्यू लगाने की जरूरत पड़ी. अब राज्य से माफिया का कलंक भी खत्म हो गया है. उन्होंंने उद्योगपतियों से कहा कि उत्तर प्रदेश में आपकी और आपकी पूंजी की सुरक्षा की पूरी गारंटी है.
लखनऊ-हरदोई रोड पर 1000 एकड़ में इंटीग्रेटेड टैक्सटाइल पार्क की स्थापना को लेकर एमओयू लोक भवन में समारोह पूर्वक आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय वस्त्र एवं रेल राज्य मंत्री दर्शन नाम विक्रम जरदोष, उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग राज्य मंत्री राकेश सचान के अलावा भारत सरकार की अधिकारी रचना शाह रोहित कंसल मौजूद रहे. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद, सचिव प्रांजल यादव और आयुक्त एवं निदेशक राजेश कुमार मौजूद रहे.
ऐसा होगा टैक्सटाइल पार्कपीएम मित्र योजना के तहत इस टेक्सटाइल्स पार्क लखनऊ को सार्वजनिक निजी भागीदारी मोड में एक विशेष प्रयोजन वाहन (Special Purpose vehicle 'SPV ) के जरिये विकसित किया जाएगा, जिसका स्वामित्व केंद्र और राज्य सरकार के पास होगा. पार्क का कुल एरिया 1000 एकड़ होगा, जिसमें 10 हजार करोड़ का निवेश अनुमानित है. इससे प्रत्यक्ष रूप से एक लाख एवं परोक्ष रूप से दो लाख व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा. पार्क लखनऊ के मलिहाबाद ब्लाॅक के अटारी गांव में विकसित किया जा रहा है जो देश के प्रमुख शहरों से सड़क, रेल एवं वायुमार्ग से भली-भांति सम्बद्ध है. लखनऊ 'मित्र' पार्क में एक इन्क्यूबेशन सेंटर, कॉमन प्रोसेसिंग हाउस और एक कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट तथा अन्य टेक्सटाइल संबंधी सुविधाएं जैसे- डिजाइन सेंटर एवं टेस्टिंग सेंटर होंगे.योजना के तहत केंद्र सरकार सामान्य बुनियादी अवसंरचना के विकास हेतु लखनऊ मित्र पार्क के लिए 500 करोड़ रुपये की विकास पूंजी सहायता प्रदान करेगी. लखनऊ पीएम मित्र पार्क कपड़ा क्षेत्र की मूल्य श्रृंखला को विश्व स्तर पर चमकाया जाएगा. पीएम मित्र पार्क लखनऊ में निवेशक अपनी यूनिट स्थापित करने के इच्छुक हैं और निवेशकों में उत्साह भी है. अभी तक 67 निवेशकों द्वारा 2396.85 करोड़ रुपये के एमओयू करने का प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है.यह भी पढ़ें : Scam in Scholarship : अब कियोस्क आधारित पेमेंट बैंक में नहीं भेजी जाएगी स्कॉलरशिप