लखनऊ : ऑल इंडिया ऑप्थेलमिक सोसाइटी की आधिकारिक पत्रिका 'इंडियन जर्नल ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी' में एक अध्यन प्रकाशित हुआ है. अध्यन में पता चला है कि फेकमूल्सीफिकेशन(Phacoemulsification) तकनीकि का बिना इंजेक्शन लगाए व दर्द रहित तरीके से आंख के मोतियाबिंद की सर्जरी संभव है. प्रतिष्ठित पत्रिका 'इंडियन जर्नल ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी' के मुताबिक, मोतियाबिंद सर्जरी दुनिया भर में की जाने वाली सबसे आम आंख की सर्जरी है.
लोकप्रिय फेकमूल्सीफिकेशन(Phacoemulsification) तकनीक के कारण ऑपरेशन के बाद अच्छी दृष्टि का परिणाम संतोषजनक एवं त्वरित है. अगर मोतियाबिंद की सर्जरी फेकमूल्सीफिकेशन विधि से ऑगमेंटेड टॉपिकल एनेस्थिसिया के तहत की जाए, तो इसके परिणामों में और सुधार होगा. ऑगमेंटेड टॉपिकल एनेस्थीसिया का मतलब है कि आंख को केवल आई ड्रॉप का उपयोग करके सुन्न किया जाता है. इसके बाद आंख के पास कोई इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है. यह रोगी को इंजेक्शन से होने वाले दर्द से बचाता है. ऑगमेंटेड टॉपिकल एनेस्थीसिया, इंजेक्शन एनेस्थीसिया (लोकल एनेस्थीसिया) की तुलना में अधिक सुरक्षित है. इसमें आंख में चोट लगने या रक्तस्राव होने की कोई संभावना नहीं होती है.