लखनऊ: पिछले दिनों बहुजन समाज पार्टी के कार्यकाल में बनाए गए स्मारकों के कर्मचारियों की भविष्य निधि में एक घोटाला हुआ था. जिसमें पुलिस ने अनेक बैंक अधिकारियों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में अब विभागीय कार्यवाही ने जोर पकड़ लिया. अंबेडकर पार्क स्मारक समिति के कर्मचारियों के पीएफ घोटाले में ₹10 करोड़ का गबन किया गया था. पुलिस ने स्मारक समिति के लेखाकार संजय सिंह को गिरफ्तार किया था. जिसको प्रबंधन समिति ने सस्पेंड कर दिया.
लखनऊ और नोएडा में बने स्मारकों के रखरखाव और सुरक्षा के लिए तैनात कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट से करोड़ों रुपये निकालने के मामले में लखनऊ पुलिस ने लेखाकार समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया था. दरअसल, एक साल पहले अंबेडकर स्मारक समिति के कर्मचारियों के पीएफ खाते से पैसा जालसाजी कर ट्रांसफर करवाया गया था.
31 मार्च 2020 को हजरतगंज के पंजाब नेशनल बैंक शाखा के स्मारक समिति के बचत खाते से 48 करोड़ बैंक ऑफ बड़ौदा की रोशनाबाद ब्रांच में ट्रांसफर कर दिए गए थे. अंबेडकर स्मारक के लेखाकार संजय सिंह को जानकारी थी कि भविष्य निधि की इस रकम का एफडी करवाया जाना है.
इसका फायदा उठाते हुए संजय सिंह ने रोशनाबाद की बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच में समिति के नाम का फर्जी बचत खाता खुलवाया. एलडीए सचिव पवन गंगवार के फर्जी दस्तखत वाला फर्जी पत्र लगाकर संजय सिंह ने अपने करीबी शैलेंद्र उर्फ शैलू और कृष्ण मोहन श्रीवास्तव को खाताधारक बनवा दिया.