लखनऊ:राजधानी में खाद्य सामग्रियों के रेट में उछाल ने लोगों का बजट बिगाड़ रखा है. लॉकडाउन के दौरान तेल के रेट में 50 से 80 रुपये की वृद्धि देखने को मिली. जो अभी भी लगातार बरकरार है. इसका सीधा असर ग्राहकों की जेब पर पड़ता दिख रहा है. दुकानदारों का कहना है कि दाल के रेट में वृद्धि होने से तेल के बिक्री पर भी असर देखने को मिल रहा है. जिससे मांग में भी कमी आई है.
खाद्य तेल के रेट छू रहे आसमान, ग्राहकों की जेब का बढ़ा रहे बोझ - लखनऊ में बढ़ा खाने के तेल का भाव
राजधानी लखनऊ में जहां एक तरफ लोग कोरोना महामारी से परेशान हैं. वहीं, लॉकडाउन के दौरान तेल के रेट में उछाल ने लोगों का बजट बिगाड़ रखा है. बता दें, लॉकडाउन के दौरान तेल के रेट में 50 से 80 रुपये की वृद्धि देखने को मिली. जो अभी भी देखी जा रही है.
तेल.
दुकानदार अनिल सक्सेना ने बताया कि लॉकडाउन से पहले सरसों के तेल का रेट करीब ₹100 लीटर था, लेकिन लॉकडाउन लग जाने से तेल के रेट में वृद्धि हुई है. इसका सीधा असर दुकानदारों के बिक्री और ग्राहकों की खरीददारी पर पड़ रहा है. जिससे पहले की अपेक्षा ग्राहकों द्वारा तेल की खरीदारी कम की जा रही है.
खाद्य तेल | पहले का दाम (प्रति लीटर) | बढ़ा हुआ दाम (प्रति लीटर) |
बैल कोल्हू | 100 | 170 |
फार्च्यून का तेल | 85 | 160 |
सूरजमुखी का तेल | 110 | 170 |
तिल का तेल | 120 | 180 |
रुचि पाम आयल | 134 | 140 |
डालडा | 155 | 162 |
इसे भी पढे़ं-संतकबीरनगर: पुलिस ने रोका तेल का खेल, दो तस्कर गिरफ्तार