लखनऊ:योगी सरकार में विकास की बातें होती हैं, लोगों के रहन-सहन और साफ-सफाई की दलीलें दी जाती हैं, लेकिन राजधानी लखनऊ के फैजुल्लागंज में कुछ भी ऐसा नहीं है. यहां विकास के नाम पर अभी तक सिर्फ जीरो प्राप्त हुआ है. फैजुल्लागंज सेकंड कृष्ण लोक कॉलोनी में करीब 12 साल से कोई भी विकास नहीं हुआ है. स्थानीय लोगों की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. बीमारियां बढ़ रही हैं. ऐसे में लोग समस्याओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन उनकी समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. अपनी समस्याओं को लेकर स्थानीय विधायक डॉ. नीरज बोरा और स्थानीय पार्षद जग लाल यादव से कई बार शिकायत करने के बाद भी इनकी सुनवाई नहीं हो रही है.
लखनऊ: गंदी नाली के बीच जीने को मजबूर लोग, विकास के नाम पर सब 'जीरो'
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के फैजुल्लागंज में लोग गंदगी और कूड़े के ढेर के बीच जीवन-यापन करने को मजबूर हैं. यहां के लोगों का कहना है कि यहां कभी विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ. जनप्रतिनिधियों से शिकायत करने के बाद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि हम लोग यहां पिछले करीब 10-12 साल से रह रहे हैं. इस दौरान न ही सड़क निर्माण हुआ और न ही नाली बनाई गई, यहां तक की पानी का निकास भी नहीं है. सीवर लाइन बिछाई गई थी, वह भी चोक पड़ी हुई है. लोगों का कहना है कि उन्हें डर रहता है जब भी घर से निकलते हैं कि कहीं पैर फिसल कर गिर न जाएं. वहीं नालियां गंदी पड़ी हैं, जिससे बीमारियां बढ़ रही हैं. लेकिन जिम्मेदार अधिकारी नहीं सुन रहे हैं और न ही स्थानीय नेता इस पर कोई ध्यान दे रहे हैं.
इस पूरे मामले पर स्थानीय विधायक डॉ. नीरज वोरा से फोन पर मिली जानकारी में बताया गया कि अभी बजट नहीं आया है. बजट आते ही उस काम को पूरा करा दिया जाएगा. अब देखने वाली बात होगी कि इन गरीबों के हिस्से में इनकी समस्या का विकास पूरा करने के लिए कब तक सरकार बजट देती है और कब इनकी समस्या खत्म होती है.