लखनऊ : प्रदेश में कड़ाके की सर्दी के बीच आम आदमी के लिए राहत भरी खबर है. महंगाई के इस दौर में आलू के दाम में आई गिरावट से लोगों को राहत मिली है. आलू के बिना सब्जी अधूरी रहती है, तकरीबन सभी घरों में इसका इस्तेमाल होता है. व्यापारियों की ओर से इस बार आलू के दाम सामान्य रहने की उम्मीद जताई गई है.
पिछले साल काफी महंगे बिके थे आलू :दुबग्गा मंडी में आजकल स्थानीय आलू व बाहर से आलू की खेप पहुंच रही है. अगर प्रति किलो मंडी में चल रहे आलू के दाम की ओर नजर दौड़ाई जाए तो बाहर की मंडियों का आलू 8 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है, जबकि स्थानीय आलू करीब 10 रुपए किलो बिक रहा है. इसी प्रकार मंडी अलग-अलग राज्यों से आ रहा सब्जी मंडी से निकलकर बाजार में रिटेल के भाव बिकने की बात की जाए तो बाहर का आलू 15 रुपए प्रतिकिलो और स्थानीय आलू 20 रुपए किलो के बीच बिक रहा है. व्यापारियों की मानें तो इस बार आलू के दाम सामान्य देखने को मिले हैं, जबकि पिछले साल आलू के आसमान छूते दामों से गृहणियों के आंसू निकाल दिए थे.
लाभ कमा रहे बिचौलिए :आलू के थोक व्यापारी रजी अहमद बताते है कि बाहर की मंडियों से आलू लखनऊ आ रहा है. साथ ही किसानों ने अपने आलू को स्टोर कर दिया था, अब वह स्टोर से आलू निकालकर मण्डी ला रहे हैं. इससे दामों में कमी आई है. अब इसी तरह कई दिनों तक आलू के दाम सामान्य ही रहेंगे. सच ये है कि किसान से कस्टमर तक पहुंचते-पहुंचते सब्जियों का दाम दो से तीन गुना तक बढ़ जाते हैं. यहां तक कि किसानों ने जो आलू मण्डी में 8 से 10 रुपये प्रति किलो के दर से बेचे, उसका भाव कस्टमर तक पहुंचते-पहुंचते 20 रुपये प्रति किलो हो जाता है.