लखनऊःजलकल विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते राजधानी के लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. शनिवार को दिवाली के त्योहार पर सुबह से ही लोगों को पानी का संकट झेलना पड़ा. पिछले कई दिनों से पुरानी लखनऊ राजाजीपुरम की करीब 4,00,000 से ज्यादा की आबादी को पानी न मिलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही इलाकों में लगे हैंडपंप भी खराब पड़े हैं. इस मामले में जब अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो कोई भी जवाब नहीं मिला.
प्रशासन के दावे खोखले
बता दें गोमती नदी की सफाई के कार्य के चलते सिचाईं विभाग ने बिना कोई पूर्व सूचना के गऊघाट से पानी की आपूर्ति ठप कर दी थी. इससे ऐशबाग वाटर वर्क्स को पानी नहीं मिल पा रहा था. सबमर्सिबल ट्यूबेल और निजी सबमर्सिबल के सारे लोगों को पानी की सप्लाई मिल पा रही थी. जबकि लगातार विभाग के अधिकारी आपूर्ति सामान्य होने का दावा करते रहते हैं.
इन इलाकों में हो रही दिक्कत
गऊघाट से पानी न मिलने के कारण चौक, चौपटिया, नादान महल रोड, नक्खास, राजा बाजार, यहिया गंज, शास्त्री नगर, रकाबगंज चौराहा, अमीनाबाद, हाथीखाना, मौलवीगंज, कैसरबाग, बांसमंडी, नाका, आर्य नगर, रानीगंज, राजेंद्र नगर, बिरयाना, गणेशगंज, फतेहगंज, लाटूश रोड, शक्ति नगर, राजाजीपुरम समेत कई इलाकों में जल संकट बरकरार है.