लखनऊ:शासन के आदेश पर निगरानी समितियों का गठन किया गया और इन समितियों को बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गयी. लेकिन राजधानी के ग्रामीण इलाकों में ये निगरानी समितियां फेल होती नजर आ रही हैं. इसी वजह से ग्रामीणों ने खुद बीड़ा उठाया है और अपने गांव की सीमा पर बैरिकेटिंग कर दी.
लखनऊ: निगरानी समितियां हुईं फेल, ग्रामीणों ने उठाया बीड़ा - covid-19 news updates
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए शासनादेश पर मोहल्ले और गांवोंं में निगरानी समितियां बनाकर बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया था. लेकिन राजधानी के ग्रामीण इलाकों में निगरानी समितियां फेल होती नजर आ रही हैं. इसके चलते ग्रामीणों ने खुद इस काम का बीड़ा उठाते हुए अपने गांव की सीमाओं पर बैरिकेटिंग कर दी.
लोगों ने खुद की बैरिकेटिंग
राजधानी लखनऊ के निगोहा गांव में लोगों ने खुद बैरिकेटिंग लगाए है, जिससे बाहर के लोग उनके गांव में न जा सके. ग्रमीणों का कहना है कि बहुत से ऐसे प्रवासी मजदूर वापस आए हैं, जो मुंबई-दिल्ली जैसे बड़े शहरों में काम करने गए थे, लेकिन वह वापस आने के बाद वो बिना जांंच के पूरे गांव में घूम रहे थे. ऐसे में सरकारी तंत्र से भी हमें मदद नहीं मिली तो खुद ही हमने अपने गांवों में बैरिकेटिंग कर दी, जिससे प्रवासी मजदूर यहां ना आ सके और कोरोना वायरस जैसी महामारी हम तक ना पहुंचे सके.
बहुत से ऐसे लोग हैं जो अन्य शहरों से वापस आए हैं और बिना जांंच के बाहर घूम रहे हैं. सरकारी तंत्र या उसका कोई भी नुमाइंदा गांव में नहीं आया और बाहर से आए हुए लोग होम क्वारंटीन में नहीं रह रहे हैं. इन्हीं परेशानियों के चलते कोरोना वायरस न फैले इसलिए पूरे गांव की बैरिकेटिंग की गई है.
- राम मिलान, ग्रामीण