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मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे सरोजिनी नगर के लोग

लखनऊ नगर निगम भले ही राजधानी को स्मार्ट बनाने के प्रयास में लगा है, पर राजधानी के वार्डों में जिस तरह मूलभूत सुविधाएं भी नहीं पहुंच पा रही हैं, उससे स्मार्ट सिटी बनाने का सपना अधूरा लग रहा है. मामला सरोजिनी नगर का है, जहां के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं.

problems of people in sarojini nagar
मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे सरोजिनी नगर के लोग.

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Published : Dec 27, 2020, 9:49 PM IST

लखनऊ :राजधानी लखनऊ के सरोजिनी नगर के प्रथम वार्ड में मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं, जिसके कारण यहां पर रहने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कैलाश विहार की रहने वाली कौशल्या का कहना है कि यहां पर सड़क न होने से बहुत दिक्कत होती है. इस मोहल्ले में सफाई भी नहीं होती है. बारिश के दिनों में यहां पानी भर जाता है. ओला उबर बुक कराने पर कैंसिल कर दिया जाता है.

मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं लोग.

नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं लोग

स्थानीय महिला सुषमा का कहना है कि बारिश के दिनों में मोहल्ले में पानी भर जाता है और इसकी कई बार शिकायत की गई, पर समस्या का अभी तक समाधान नहीं हुआ. सुमन तिवारी का कहना है कि बारिश के दिनों में घर तक पानी भर जाता है. और बरसात में बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाते. सफाई कर्मचारी यहां पर सफाई करने नहीं आते, जिससे हम लोगों को नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

शिकायत के बावजूद पार्षद नहीं करते समाधान

मोहल्ले की ही रहने वाली सीमा का कहना है कि न मोहल्ले की सड़क बनी और न सफाई होती है, जिससे कारण लोगों को बहुत दिक्कत होती है. मुन्नी गिरी का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद भी पार्षद यहां की समस्याओं का समाधान नहीं करते, जिसके कारण हम लोगों को बहुत समस्या होती हैं. इस बारे में अमित गिरी का कहना है कि जलभराव होने के कारण यहां मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारी फैलती है और स्ट्रीट लाइट न लगी होने के कारण यह इलाका काफी असुरक्षित है. आसपास फैक्ट्री होने के कारण यहां प्रदूषित पानी आता है, जिससे गंभीर बीमारियां फैलती रहती हैं.

क्या कहते हैं पार्षद

स्थानीय पार्षद राम नरेश रावत का कहना है कि 3 साल में इस वार्ड में बहुत काम किया. 70 सड़कें बनवाई गई और जो अनियोजित कॉलोनियां हैं, वहां पर अभी दिक्कत है. और इसके लिए स्थानीय सांसद को पत्र दिया गया है. इसका बजट जैसे आता है, यहां पर विकास कार्य कराया जाएगा.

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