लखनऊ: हैदराबाद में वेटेनरी डॉक्टर को रेप के बाद जिंदा जला देने की घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया. देश भर में सिस्टम के खिलाफ जनता ने आवाज बुलंद की. पुलिस भले ही चारों आरोपियों के एनकाउंटर की बात कह रही हो, लेकिन देश की जनता ही नहीं बल्कि राजनीतिक दल भी हैदराबाद में इस तरह की पुलिस कार्रवाई को ठीक ही मान रहे हैं.
लखनऊ: हैदराबाद के बाद अब उन्नाव की पीड़िता को न्याय की दरकार - unnao news in hindi
उन्नाव में रेप पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में पूरे देश में लोगों का गुस्सा साफ नजर आ रहा है. इसको लेकर लोग पुलिस से न्याय की मांग कर रहे हैं.
हैदराबाद के बाद उन्नाव रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने की उठी आवाज
अब उत्तर प्रदेश में उन्नाव रेप पीड़िता को जिंदा जला देने की घटना पर भी लोग यूपी पुलिस से न्याय मांग रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने उत्तर प्रदेश पुलिस को हैदराबाद पुलिस से सीख लेने की भी बात कह डाली है. ट्वीट के जरिए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी हैदराबाद में हुई कार्रवाई का समर्थन किया. अपना दल (एस) का कहना है, कि सिस्टम की हनक होनी चाहिए. सिस्टम दुरुस्त होगा तो सभी डरेंगे और उन्नाव जैसी घटना नहीं होगी.
सरकार स्पष्ट करे कि महिलाओं के प्रति कितनी गंभीर
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कहना है कि सरकार को स्पष्ट करना पड़ेगा कि महिलाओं के प्रति कितना गंभीर है. जहां एक तरफ कल मुख्यमंत्री भाषण दे रहे थे कि महिलाओं के अपराध में 28 परसेंट गिरावट आई है. यह प्रमाण है कि एक बेटी को जिंदा जला दिया गया. कानून व्यवस्था पर सरकार पूरी तरह विफल है. सरकार महिलाओं पर हिंसा रोक पाने में विफल है. सरकार सिर्फ भाषण बाजी में मशगूल है.
प्रदेश में सुरक्षित हैं बेटियां:बीजेपी प्रवक्ता
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता हीरो बाजपेई का कहना यूपी की बेटियां उत्तर प्रदेश में पूर्णतया सुरक्षित हैं. जो ऐसी घटनाएं हुई हैं, उसमें योगी आदित्यनाथ स्वत: संज्ञान ले रहे हैं. अपराधी पकड़े जा रहे हैं और उन पर कठोर कार्रवाई की जा रही है. जो मामले हुए हैं, दुर्भाग्यपूर्ण हैं. बेटियां सुरक्षित हैं, अगर कोई दिक्कत है तो तुरंत सूचना करें, पुलिस मदद करेगी. अगर नहीं करती है तो सरकार पुलिस पर कार्रवाई करेगी.
उत्तर प्रदेश एक बहुत बड़ी आबादी वाला प्रदेश है, उसके अनुपात में कहा जाए तो पुलिस बहुत कम है साथ ही न्यायालय भी कम हैं. अपराधी भी बेखौफ नहीं घूम रहे हैं, यह पक्की बात कांग्रेस खार तौर पर समझ ले. कांग्रेस 30 साल से सत्ता में नहीं है, इसीलिए बहुत सारी चीजों की जानकारी नहीं है.