लखनऊ : उत्तर प्रदेश सचिवालय पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन (Uttar Pradesh Secretariat Pensioners Welfare Association) के वार्षिक अधिवेशन का आयोजन बुधवार को सहकारिता विभाग के सभागार में किया गया. अधिवेशन में एसोसिएशन की पत्रिका का विमोचन किया गया एवं पेंशनर्स शिरोमणि के नाम से कई वरिष्ठ पेंशनर्स को सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर पूर्व मुख्य सचिव अतुल गुप्ता (Former Chief Secretary Atul Gupta) ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था बदलनी चाहिए. इसके लिए हम सबको तैयारी से काम करना चाहिए और सरकार से इसकी मांग करनी चाहिए. इसके लिए हमें व्यस्थित रूप से इसकी तैयारी करें औऱ इसकी लड़ाई लड़नी चाहिए. जीवन के लिए हमें कैसे आगे बढ़ना है उस बारे में भी हमें आगे की प्लानिंग करनी चाहिए. सरकार को इस दिशा में काम करना चाहिए. जो भी व्यवस्था है उसका लाभ कैसे मिल सकता है उसके लिए जागरूक रहकर काम करना चाहिए. कहा कि सब लोग इस बारे में व्यापक रूप से विचार करेंगे तो कुछ अच्छा ही होगा.
पूर्व मुख्य सचिव अतुल कुमार गुप्ता (Former Chief Secretary Atul Gupta) ने कहा कि पेंशनर्स और उनके आश्रितों की चिकित्सा पर हुए व्यय की प्रतिपूर्ति के संबंध में चिकित्सा परिचर्या नियमावली के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई सरकार को करनी चाहिए. उन्होंने पेंशनर्स परिकल्प एवं मोक्ष पत्रिका में उपलब्ध सामग्री को समाज के लिए अत्यंत उपयोगी भी बताया. इस अवसर पर पूर्व आईएएस दिवाकर त्रिपाठी (Former IAS Diwakar Tripathi) ने में अपने विचार व्यक्त करते हुए पुरानी पेंशन बहाली का समर्थन किया.
वार्षिक अधिवेशन में एसोसिएशन के संरक्षक श्यामसुंदर अग्निहोत्री (Patron of the Association Shyamsundar Agnihotri) ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि सभी पेंशनर्स की समस्याओं को दूर करने के लिए शासन स्तर पर कई बार ज्ञापन दिए गए हैं, लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है. पुरानी पेंशन बहाली होनी चाहिए जिससे पेंशनर को को उनका बचा हुआ जीवन व्यवस्थित तरीके से जीने में आसानी हो सके. वार्षिक अधिवेशन में पेंशनर परिकल्प पत्रिका एवं शिव शंकर द्विवेदी की पुस्तक मोच का विमोचन भी किया गया. इस अवसर पर पीके शर्मा, एनपी त्रिपाठी, आनंद प्रकाश, शशि रानी सक्सेना को सम्मानित किया गया.
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