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अस्पतालों में वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की रही भीड़, जांच कराने में लगे घंटों - बुखार से पीड़ित मरीजों

सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ आरपी सिंह ने बताया कि इस समय वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों (Patients suffering from viral fever) की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. ज्यादातर मरीज जो आ रहे हैं उन्हें शरीर में दर्द, जुखाम, उल्टी दस्त और जोड़ों में दर्द से परेशान आ रहे हैं.

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Published : Nov 7, 2022, 8:49 PM IST

लखनऊ : प्रदेश में वायरल बुखार तेजी से फैला है. न सिर्फ लखनऊ बल्कि प्रयागराज, वाराणसी, अमेठी, आगरा समेत अन्य जिलों में भी तेजी से लोग वायरल की चपेट में आए हैं. यही कारण है कि अस्पतालों में सोमवार को मरीजों की संख्या आम दिनों की तुलना में दोगुनी रही. शनिवार को अस्पताल की ओपीडी एक बजे तक बंद हो जाती है वहीं रविवार को अस्पताल में ओपीडी नहीं चलती है, जिसके कारण सोमवार को अस्पताल में लंबी लाइनों के बीच लगकर मरीजों ने डॉक्टरों को दिखाया. इस दौरान मरीजों को जांच के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा. प्रदेश के अन्य जिलों से भी मरीज इलाज के लिए सिविल व बलरामपुर अस्पताल पहुंचे.

सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ आरपी सिंह ने बताया कि इस समय वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों (Patients suffering from viral fever) की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. ज्यादातर मरीज जो आ रहे हैं उन्हें शरीर में दर्द, जुखाम, उल्टी दस्त और जोड़ों में दर्द से परेशान आ रहे हैं. बहुत सारे मरीज ऐसे आ रहे हैं जिनकी स्थिति चलने लायक नहीं हैं, ऐसे में उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है और प्राथमिक इलाज दिया जा रहे हैं, ताकि वह चलने के लायक हों. इस समय हमारे अस्पताल में पर्याप्त बेड मरीजों के लिए खाली हैं. इमरजेंसी में हम 10 बेड हमेशा खाली रख रहे हैं ताकि जो रेफर केस या अधिक गंभीर केस आ रहे हैं उन्हें भर्ती किया जा सके. बाकी अस्पताल के सभी बेड फुल हैं यहां तक की पीडियाट्रिक विभाग में भी डेंगू से गंभीर पीड़ित बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं उनका भी वार्ड फुल है. क्योंकि मरीजों की संख्या अधिक है. इस वजह से पैथोलॉजी में मरीजों की अधिक भीड़ है. अस्पताल की यही कोशिश है कि मरीज को बेहतर सुविधा मिले.

बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ जीपी गुप्ता ने बताया कि इस समय अस्पताल में एक भी बेड खाली नहीं हैं. जो मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं उन्हें स्ट्रेक्चर पर ही प्राथमिक इलाज अस्पताल पहुंचते ही दिया जा रहा है, ताकि उनकी स्थिति कुछ ठीक हो. बाद में जब कोई मरीज रिकवर होकर डिस्चार्ज हो रहा है तो दूसरे मरीज को बेड मिल पा रहा है. अस्पताल की स्थिति ऐसी है कि प्राइवेट वार्ड, आयुष्मान बोर्ड और यहां तक की जनरल वार्ड सभी फुल हैं. इमरजेंसी में भी सभी बेड पर मरीज भर्ती हैं. सोमवार को अस्पताल में काफी भीड़ देखने को मिली. अस्पताल की ओपीडी में रोजाना के मुकाबले ज्यादा ही मरीज इलाज के लिए पहुंचे. सोमवार को कुल 3,213 मरीज इलाज के लिए पहुंचे. इसमें ज्यादातर मरीज वायरल बुखार से पीड़ित रहे. मंगलवार को अस्पताल की ओपीडी 12 बजे तक ही चलेगी. अस्पताल में इस समय पैथोलॉजी की रिपोर्ट ऑनलाइन हो जाने की वजह से थोड़ी सी राहत है, हालांकि बहुत सारे लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. इसलिए काउंटर पर जो कर्मचारी हैं वह तीमारदारों को ऑनलाइन पैथोलॉजी की रिपोर्ट लेने के लिए भी सलाह दे रहे हैं.


लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि इस समय अस्पताल में बहुत ज्यादा भीड़ हो रही है. शनिवार को ओपीडी 12 बजे तक ही चलती है. रविवार को ओपीडी बंद रहती है, जिसके कारण सोमवार को मरीजों की संख्या चार गुना बढ़ जाती है. सोमवार को 2,556 मरीज अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे. इसमें ज्यादातर मरीज वायरल बुखार से पीड़ित हैं. इस समय अस्पताल के सभी वार्ड मरीजों से भरे हुए हैं, हालांकि कुछ बेड खाली रखे गए हैं, ताकि इमरजेंसी में जो मरीज आ रहे हैं उन्हें प्राथमिक इलाज दिया जा सके.

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