लखनऊ : राजधानी लखनऊ में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. मरीजों की संख्या में इजाफा देखते हुए प्रदेश सरकार भी अलर्ट हो गई है. मंगलवार को प्रदेश के जिलों में मॉकड्रिल शुरू हुई. इस दौरान राजधानी के बलरामपुर जिला चिकित्सालय में उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पहुंचे. मॉकड्रिल के दौरान डिप्टी सीएम ने अस्पताल में तमाम चिकित्सा व्यवस्थाओं को देखा. महज चार से पांच मिनट में अस्पताल में इमरजेंसी में आए मरीज को प्राथमिक उपचार प्राप्त हुआ. डिप्टी सीएम ने ट्रीटमेंट कर रहे मरीज और चिकित्सकों को मॉनीटर किया. उन्होंने देखा कि वेंटिलेटर ठीक तरह से चल रहा है, ऑक्सीजन की सप्लाई है या नहीं.
कोविड मरीजों के इलाज का प्रबंध जांचने के लिए लखनऊ के अस्पतालों में मंगलवार को मॉकड्रिल हुई. बलरामपुर अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखने के लिए खुद डिप्टी सीएम मौके पर पहुंचे. डमी मरीज को भर्ती कराने की प्रक्रिया डिप्टी सीएम ने देखी, साथ ही इंतजामों की तारीफ भी की. उन्होंने देखा कि किस तरह से इमरजेंसी में आए मरीज को कितने मिनट में इलाज मुहैया हो पाएगा. इस दौरान चार से पांच मिनट में भर्ती मरीज की सभी जांचें करा दी गईं. इसके अलावा मरीज को कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया, जहां पर वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था थी. मरीज को पांच मिनट के अंदर ही पूरा प्राथमिक इलाज मिल चुका था.
उन्होंने देखा कि पीपीई किट में डॉक्टर-कर्मचारी डमी मरीज को स्ट्रेचर से सुपर स्पेशयलिटी ब्लॉक ले जा रहे हैं. सबसे पहले ऑक्सीमीटर से मरीज के पल्स जांच हुई. फिर शरीर का तापमान मापा गया. डॉक्टरों ने डमी मरीज की हालत गंभीर बताई. मरीज को वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत बताई. डॉक्टरों ने तुरंत मरीज को वेंटिलेटर पर रखा. मरीज को वार्ड में लाने से लेकर वेंटिलेटर पर रखने की प्रक्रिया में पांच से सात मिनट का समय लगा. तत्काल इलाज मिला. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अस्पताल के निदेशक डॉ. रमेश गोयल और सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता से इलाज की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा. ऑक्सीजन की आपूर्ति व खपत के बारे में जानकारी हासिल की. अस्पताल की व्यवस्थाओं की डिप्टी सीएम ने तारीफ की.