लखनऊ : उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Uttar Pradesh Metro Rail Corporation) के कर्मचारियों की ईमानदारी की बदौलत हजारों यात्रियों के चेहरे पर इस साल मुस्कान लौटी. अपने खोए हुए सामान को पाने की उम्मीद छोड़ चुके यात्रियों को साल 2022 में कैश, लैपटॉप और मोबाइल वापस लौटाकर उनके फेस पर स्माइल वापस लाने का काम लखनऊ मेट्रो ने किया.
लखनऊ मेट्रो ने साल 2022 में भी यात्रियों के खोए कैश, लैपटॉप, मोबाइल, पर्स और अन्य जरूरी सामान को यात्रियों को सुरक्षित वापस कर भरोसा और मजबूत किया है. लखनऊ मेट्रो ने साल 2022 में कुल 8,67,731 कैश, 34 लैपटॉप और 99 मोबाइल यात्रियों को सुरक्षित लौटाए. लखनऊ मेट्रो ने पांच सितंबर 2017 को कमर्शियल सेवाएं शुरु की थीं. यात्रियों को सुरक्षा का एहसास कराने के लिए लखनऊ मेट्रो ने सेल को भी मजबूत स्तंभ के तौर पर विकसित किया. लखनऊ मेट्रो ने सेवाओं के आरंभ के बाद से अब तक कुल 18,15,090 कैश, 109 लैपटॉप, 537 मोबाइल लखनऊ मेट्रो ने यात्रियों को सुरक्षित लौटाए. कहा जा सकता है कि अन्य परिवहन साधनों की तुलना में मेट्रो में सफ़र कर रहे यात्रियों का सामान कहीं ज्यादा सुरक्षित रहता है. मेट्रो में सामान छूटने या खोने के बाद भी उन्हें यह उम्मीद रहती है कि उन्हें अपना खोया समान ज़रूर वापस मिल जाएगा.
लखनऊ मेट्रो के कर्मचारियों ने कायम की ईमानदारी की मिसाल, यात्रियों के चेहरे पर आई मुस्कान, जानिए वजह
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Uttar Pradesh Metro Rail Corporation) ने इस वर्ष कई यात्रियों के मुरझाए चेहरों पर मुस्कान लौटा दी. लखनऊ मेट्रो के कर्मचारियों ने ईमानदारी की मिसाल कायम की. वर्ष 2022 में काॅरपोरेशन ने यात्रियों का खोया हुआ कैश, लैपटाॅप और मोबाइल वापस लौटाया.
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार (Managing Director Sushil Kumar) ने मेट्रो की पॉलिसी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वर्ष 2022 के आंकड़े मेट्रो कर्मियों की ईमानदारी का सबूत है. लखनऊ मेट्रो अन्य किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित, आरामदायक एवं सुविधाजनक है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मेट्रो यात्रा का सबसे सुरक्षित और सुविधाजनक साधन होने के साथ-साथ उच्च स्तर की कार्यसंस्कृति के लिए भी संकल्पबद्ध है.
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