लखनऊः भले ही 12 सितंबर से भारतीय रेलवे देश भर से 80 ट्रेनों का संचालन शुरू कर रहा है, लेकिन यात्रियों को टिकट नहीं मिल पा रहा है. लखनऊ से भी 8 जोड़ी ट्रेनों का संचालन शुरू होना है जिससे यात्रियों को राहत मिले, लेकिन इन सब ट्रेनों से लखनऊ से मुंबई जाने वाले यात्रियों को कोई फायदा नहीं है. मुंबई के यात्रियों की परेशानी जस की तस बनी हुई है.
नई ट्रेनों में लखनऊ से मुंबई के लिए कोई भी स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई जाने से अभी भी यात्रियों को कुछ ही ट्रेनों का सहारा है, जिसके लिए वे तत्काल की लाइन में लगकर टिकट बुक करने का प्रयास करते हैं, लेकिन तत्काल में हमेशा की तरह दलाल हावी रहते हैं. यात्री काउंटर पर ही खड़े रह जाते हैं और उधर टिकट बुक हो जाते हैं. ऐसा ही शुक्रवार को भी हुआ, जब सुबह से काउंटर पर लगे यात्रियों को तत्काल टिकट भी नहीं मिल पाया. सेकेंडों में मुंबई के लिए सीटें फुल हो गईं, जिसके बाद यात्रियों ने रिजर्वेशन काउंटर पर ही अपना आक्रोश व्यक्त किया.
पुष्पक एक्सप्रेस, गोरखपुर-एलटीटी और कुशीनगर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें लखनऊ से मुम्बई के लिए खचाखच होकर चलती हैं. इन ट्रेनों में बहुत लंबी वेटिंग है. इस सच से वाकिफ होने के बावजूद रेलवे प्रशासन ने लखनऊ से अन्य राज्यों के लिए तो ट्रेनें दे दी, लेकिन सबसे व्यस्त रूट मुंबई के लिए लखनऊ से और ट्रेनें चलाने का कोई प्लान नहीं बनाया. इसका खामियाजा लखनऊ से मुंबई जाने वाले यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है. यही वजह है कि शुक्रवार को मुम्बई की ट्रेनों में तत्काल टिकट नहीं मिलने पर यात्रियों ने चारबाग के आरक्षण केंद्र पर हंगामा कर दिया.
तत्काल टिकट के लिए शुक्रवार सुबह मुम्बई जाने वाले यात्री लंबी कतार में लगे रहे. जैसे ही तत्काल आरक्षण शुरू हुआ, चंद सेकेंडों में सभी सीटें फुल हो गईं. लिहाजा टिकट के लिए इंतजार कर रहे यात्रियों को मायूसी हाथ लगी. एक नंबर पर लगे यात्री मो. नफीस का कहना था कि तीन दिनों से टिकट के लिए आ रहा हूं. तत्काल टिकट नहीं मिल रहा है. नफीस की तरह तमाम अन्य यात्री भी मुंबई जाने वाली ट्रेनों में रिजर्वेशन के लिए रोजाना ही परेशान हो रहे हैं. परेशान यात्रियों ने रेलवे कर्मचारियों पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ते हुए हंगामा किया. वहीं जीआरपी ने भड़के यात्रियों को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया.