लखनऊ: नगर निगम में महापौर, कार्यकारिणी उपाध्यक्ष, अपर नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता समेत अन्य अधिकारियों के कमरों को संवारने में लाखों खर्च किए जा रहे हैं लेकिन कर्मचारियों को जर्जर कमरों में काम करना पड़ रहा है. शहर भर में जर्जर भवनों को नोटिस देने वाले नगर निगम के खुद कार्यालय जर्जर हो रहे हैं, मगर उसको अपने ही कर्मचारियों की फिक्र नहीं है. मंगलवार को हुई झमाझम बारिश के चलते लालबाग स्थित मुख्यालय में आर्ट गैलरी व कपूरथला स्थित जोन तीन कार्यालय के गृहकर काउंटर कक्ष में छत का हिस्सा अचानक टूट कर गिर गया. इससे मौके पर काम कर रहे कर्मचारी भाग खड़े हुए. कर्मचारी नेताओं ने प्रदर्शन कर हंगामा शुरु कर दिया. वहीं, दहशत में आए नगर निगम के कुछ कर्मचारियों ने बचाव के लिए हेलमेट लगाकर भी काम किया.
शाम को नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त व अन्य अधिकारियों ने जोन तीन कार्यालय का निरीक्षण किया. एलडीए के कॉप्लेक्स में मरम्मत न होने से इसका प्लास्टर व ईंट आए दिन गिरती रहती है. छतों में सरिया नजर आने लगी है. मंगलवार को भी अचानक पहले कैश काउंटर की छत का प्लास्टर गिरा. इसके कुछ देर बाद कंप्यूटर रूम का प्लास्टर गिरा. कुछ ईंटें भी गिरीं. इसकी वजह से यहां काम कर रहे कर्मचारी खौफ में आ गए.
पहले भी कई बार प्लास्टर गिर चुका है. इससे पहले कर्मचारी कंचन सक्सेना को चोटें भी आईं थीं. इसके बावजूद बिल्डिंग की मरम्मत नहीं कराई जा रही है. इससे कर्मचारियों में नाराजगी है. दूसरी ओर नगर निगम मुख्यालय लालबाग स्थित बिल्डिंग में आर्ट गैलरी में छत का प्लास्टर गिर गया. हालांकि इससे भी कोई चोटिल नहीं हुआ है.
नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आनन्द वर्मा ने कहा कि यहां की हालत को लेकर पहले ही नगर आयुक्त को पत्र लिखा गया था. 10 जुलाई को भी पत्र लिखा गया लेकिन अफसरों ने संज्ञान नहीं लिया. उन्होंने मुख्यालय सहित सभी जोनल कार्यालयों की मरम्मत कराने को कहा था. साथ ही कर्मचारियों के बैठने के लिए कुर्सी, मेज, स्टेशनरी, पीने के पानी के लिए कूलर और पंखे आदि लगवाने को कहा था पर कोई काम नहीं हुआ.
हेलमेट लगाकर कर्मचारियों ने किया काम
छत का प्लास्टर गिरने से डरे गृहकर काउन्टर के कर्मचारी अरविन्द कुमार हेलमेट लगाकर कार्य करते रहे. आसपास के कई कमरों में भी यही हाल था. इसके पश्चात मौके पर बड़ी हास्यपद स्थिति बन गयी. उप्र नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजेश सिंह व वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया पहले भी कई बार कार्यालय की स्थिति को लेकर अधिकारियों को अवगत कराया गया, ज्ञापन भी दिया गया. इसके बाद भी नए कार्यालय बनाने में कोई तेजी नहीं लायी जा रही है. आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी के पैसे से दूसरे विभागों के कार्यालय बनाए जा रहे हैं जबकि खुद नगर निगम के कार्यालय जानलेवा बने हुए हैं. नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने समस्त जर्जर बिल्डिंगो की मरम्मत कराने का आश्वासन दिया है.