लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET)2021 का पेपर लीक होने के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है. योगी सरकार पर सवाल उठ रहे हैं. बीते साढ़े 4 साल के कार्यकाल में में कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं जब सरकार को सॉल्वर गैंग और जालसाजी की कारगुजारी के कारण कटघरे में खड़ा होना पड़ा है. ईटीवी भारत ने जब यूपी में पेपर लीक का इतिहास खंगाला तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक होना कोई पहला मामला नहीं है. जालसाज अभी तक उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से लेकर पुलिस भर्ती बोर्ड तक की भर्ती परीक्षा में सेंधमारी कर चुके हैं. कांग्रेस की तरफ से तो एक सूची जारी की गई है, जिसमें उन्होंने उन परीक्षाओं के नाम दिए हैं. जिनके पेपर अभी तक योगी सरकार के कार्यकाल के दौरान लीक हो चुके हैं.
- - जुलाई 2017 में प्रदेश में दरोगा भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा शुरू होने से करीब 1 घंटे पहले ही पूरा प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. जिसके बाद परीक्षा को रद्द करना पड़ा.
- - मार्च 2018 में पावर कॉरपोरेशन में यही डी की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. इसमें भी एसटीएफ ने एक पूरे गैंग को पकड़ा था. जिसने पेपर आउट होने का खुलासा किया. यह परीक्षा भी जॉब करनी पड़ गई थी.
- - जुलाई 2018 में अवर अधीनस्थ सेवा के 641 पदों के लिए भर्ती परीक्षा का पेपर आउट हुआ. करीब 3 महीने बाद इसका खुलासा हो पाया था.
- - बीते दिनों ही उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से आयोजित उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस एवं अन्य पदों की सीधी भर्ती ऑनलाइन परीक्षा-2021 में सेंधमारी करने की कोशिश कर रहे लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है.