लखनऊः भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में पेश राजनीतिक प्रस्ताव में तय हुआ है कि प्रदेश पदाधिकारी जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी चुनाव नहीं लड़ेंगे. अगर वह चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें संगठन का पद छोड़ना होगा. पार्टी में पंचायत चुनाव लड़ने के लिए पूरी रणनीति पर चर्चा की है. इसके अलावा योगी सरकार के चार साल पूरे होने पर सरकार के कामकाज को जनता तक पहुंचाने के लिए भी प्रदेश कार्यसमिति ने प्रतिबद्धता जताई है.
भाजपा की प्रेदश कार्यसमिति की बैठक. पंचायत चुनाव के लिए कार्यसमिति में हुआ मंथन
उद्घाटन सत्र के बाद प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पंचायत चुनाव का प्रस्ताव रखा गया. इसमें तय हुआ है कि संगठन के पदाधिकारी पंचायत चुनाव नहीं लड़ेंगे. यदि चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें संगठन का पद छोड़ना होगा. यूपी में 58 हजार ग्राम पंचायतें हैं. तीन हजार 51 जिला पंचायत वार्ड हैं और 826 ब्लॉकों में प्रमुख के चुनाव होने हैं. सूत्रों के हवाले से मिली सूचना के मुताबिक पार्टी सभी जगहों पर अपनी पकड़ और मजबूत करेगी. इन सभी पर पार्टी चुनाव लड़ेगी. भारतीय जनता पार्टी क्षेत्र पंचायत और प्रधानी का चुनाव नहीं लड़ेगी. इन दोनों चुनावों में पार्टी समर्थन देगी. हालांकि यह समर्थन घोषित तौर पर नहीं होगा.
इसके साथ ही एक अन्य प्रस्ताव में यह तय हुआ है कि पार्टी आने वाले समय में राज्य सरकार के चार साल पूरे होने पर जनता के बीच जाएगी. पार्टी सरकार की उपलब्धियां जनता तक पहुंचाएगी. योगी सरकार के चार साल में चार लाख सरकारी नौकरियां दी गई हैं.
19 को सभी जिलों में होंगे कार्यक्रम
कार्यसमिति की बैठक में पार्टी ने इसको लेकर अपने अभियान तय किए हैं. कार्यसमिति की बैठक में तय हुआ है कि 19 मार्च को सभी जिलों और सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रभारी मंत्री, विधायक और सांसद यूपी सरकार के चार साल पर होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे. 20 मार्च को 403 विधानसभा क्षेत्रों में पंचायत चुनाव को लेकर पार्टी कार्यक्रम करेगी. जिन क्षेत्रों में भाजपा के विधायक नहीं होंगे. वहां पर सांसद और एमएलसी मौजूद रहेंगे. प्रदेश पदाधिकारी 21 मार्च को किसानों के बीच जाएंगे. 826 ब्लॉक में यह कार्यक्रम होंगे. किसानों को बताया जाएगा कि उनके लिए सरकार ने क्या किया है.
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युवाओं के बीच भी होंगे कार्यक्रम
22 मार्च को युवाओं के बीच कार्यक्रम किया जाएगा. रोजगार और व्यवसाय के बारे में बताया जाएगा. 23 मार्च को 1918 भाजपा के सांगठनिक मंडलों में महिलाओं के साथ कार्यक्रम होंगे. 24 मार्च को रेहड़ी, खोमचे वाले लोगों के बीच पार्टी जाएगी. उन्हें जो लोन दिया गया है, उसके बारे में बताया जाएगा. 25 और 26 मार्च को सभी बूथों पर संपर्क अभियान किया जाएगा. ऐसे ही तमाम लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
योगी ने गिनाई उपलब्धियां
भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति बैठक के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई. उन्होंने कार्यसमिति के समक्ष सरकार के कामकाज को जनता तक पहुंचाने, पंचायत चुनाव जीतने और फिर आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को सत्ता में लाने की अपील भी की. उन्होंने अपने भाषण के दौरान यह भी बताया कि विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए भाजपा के कार्यकर्ता कैसे तैयार रहें. योजनाओं की जानकारी से लेकर ट्विटर पर जवाब देने की पूरी तैयारी कार्यकर्ताओं और नेताओं को रखनी चाहिए.
फ्री में मिल रही वैक्सीन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कोरोना काल में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक कराना चुनौतीपूर्ण है. आग रोग और पानी से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए. 60 के ऊपर के सभी कार्यकर्ता सरकारी अस्पताल जाकर लगवा सकते हैं. बीमार लोग भी लगाएं. बाकी लोग अपने नम्बर का इंतजार करें. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश के गरीब को फ्री में वैक्सीन लगाई जा रही है. वैक्सीन की कीमत पांच हजार से 5500 रुपये है.
राजस्व में भी बढ़ोतरी हुई हमारी सरकार में
2017 में 49 हजार करोड़ राजस्व आता था. आज एक लाख करोड़ पहुंच गया. स्टाम्प एवं निबंधन, एक्ससाइज समेत अन्य क्षेत्र में राजस्व में कम से कम दोगुने का इजाफा हुआ है. हमारी सरकार में चार लाख सरकारी नौकरी दी गई है. कहीं कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. हमने जो वादे किए थे वह सब किया. हमने वादा किया था कि संवैधानिक दायरे में रहकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में सहयोग करेंगे. उसे पूरा किया गया है. पीएम मोदी ने शिलान्यास किया है. मंदिर निर्माण हो रहा है.
अपराधियों पर हुई कार्रवाई
जब अपराधियों पर कार्रवाई शुरू की गई तो विपक्ष के लोगों ने पहले एनकाउंटर पर सवाल खड़ा करना शुरू किया. उससे दाल नहीं गली तो कुछ और हथकंडे अपनाने लगे. बयानबाजी करने लगे. सीएम योगी ने किसान, गन्ना किसान के मुद्दे पर भी अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. विपक्ष पर हमलावर भी दिखे. कृषि कानूनों पर सीएम योगी ने स्पष्टीकरण दिया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं. पीएम मोदी ने बार बार स्पष्ट किया है कि एमएसपी समाप्त नहीं कि जाएगी. न कोई मंडी खत्म की जाएगी. ई-मार्केट के साथ मंडियों को जोड़ने की कवायद शुरू की गई है, लेकिन विपक्ष किसानों को गुमराह कर रहा है. कांग्रेस ने किसानों के लिए कोई योजना लेकर क्यों नहीं आई. पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि योजना शुरू की. अकेले यूपी के दो करोड़ 46 लाख किसानों को इस योजना का लाभ मिल रहा है.
गोवंश के लिए शुरू की गईं योजनाएं
गोवंश के लिए योजना चलाई गई. गोवंश के लिए 900 रुपये दिए जा रहे हैं. किसान, गांव और प्रदेश के हित में कदम उठाएंगे. अगर किसान ने गाय छोड़ दिया तो उसे कसाई को कटने के लिए नहीं देंगे. उसके लिए एक योजना शुरू की गई है. ब्लॉक के बाद अब पंचायत स्तर पर गोशाला स्थापित की जाएगी.
सरकार ने एक फोल्डर बनाया है. सरकार के चार साल और केंद्र की उपलब्धियों का संकलन किया गया है. यूपी के सभी एक लाख 63 हजार बूथों पर इसे पहुंचाया जाएगा. सीएम ने कहा कि यदि केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को लेकर ट्वीट करता है तो हर बूथ से री-ट्वीट होना चाहिए. इसके अलावा पंचायत चुनाव में जीत का लक्ष्य लेकर जाने की अपील की.