लखनऊ :यूपी सरकार की सबसे बड़ी चुनौती ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने की है, जिसकी सबसे ज्यादा जरूरत है. लोग खुद ही ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम करने के लिए इधर- उधर भटक रहे हैं. इसी का नाजायज फायदा कालाबाजारी करने वाले भी उठा रहे हैं. तय कीमतों से ज्यादा दाम पर लोग बाजार से आक्सीजन खरीदने को मजबूर हैं और सरकार विवश. प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है बीते 24 घंटे में प्रदेश भर में 30 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं. इसके आगे स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह बेपटरी होती जा रही है.
मरीजों की रोजाना बढ़ रही संख्या के बीच अस्पतालों में जगह कम पड़ रही है. जहां जगह है भी, वहां ऑक्सीजन की कमी से मरीज दम तोड़ रहे हैं. ये हाल सिर्फ सूबे की राजधानी लखनऊ का ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश का है. मरीजों की रूकती सांसें और अपनों को खोने के गम में चीखती आवाजें सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल रही है. हालांकि, कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए लोगों की लापवाही भी जिम्मेदार है, लेकिन सरकारी इंतजामात की कमियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, जहां का पूरा करीब मंत्रिमंडल पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल समेत पांच राज्यों के चुनाव प्रचार में व्यस्त है.
लखनऊ में छाया ऑक्सीजन का संकट
राजधानी लखनऊ में कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है. कोविड अस्पताल में अधिकतर बेड फुल हैं. समय पर इलाज और ऑक्सीजन न मिलने से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की तबीयत भी बिगड़ रही है. शहर के ऑक्सीजन प्लान्ट में हर रोज 4500 सिलेंडर रिफलिंग की क्षमता है, जबकि डिमांड बढ़कर 5500 हो गई है. लखनऊ में पिछले 24 घंटे में 5,551 मामले सामने आए हैं, जबकि 22 लोगों की जान गई़ है.
वाराणसी में सिर्फ 70 फीसदी मरीजों को मिल रही ऑक्सीजन
वाराणसी में बीते 24 घंटे में जहां 1597 पॉजिटिव केस सामने आए थे. वहीं सोमवार सुबह 11 बजे तक 1148 नए मामले सामने आ चुके हैं. यहां सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 16,143 हो गई है. वहीं रविवार शाम 7:00 बजे तक 10 लोगों ने दम तोड़ दिया. जिले कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अब तक 2011 बेड की व्यवस्था की गई है. इनमें से 1200 बेड पर ऑक्सीजन है. हालांकि ऑक्सीजन की उपलब्धता के मामले में सप्लाई सिर्फ 70 फीसदी ही हो पा रही है. जिलाधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में चंदौली के प्लांट से सप्लाई आ रही है. नया प्लांट मिर्जापुर और दूसरा मध्य प्रदेश के रीवा में चल रहा है, जहां से प्रतिदिन 200 से 300 सिलेंडर की सप्लाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि आस-पास के जनपदों से प्रतिदिन 3250 सिलेंडर मंगवाए जा रहे हैं.
प्रयागराज में ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई में कमी
प्रयागराज में पिछले 24 घंटे में 2416 कोरोना संकम्रित मरीज पाे गए हैं. अस्पतालों में बेड की कमी होने लगी है. बढ़ते कोरोना संक्रमितों की वजह से अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी की समस्या भी सामने आने लगी है. जिले में इन दिनों 10 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग हो गई है, जिस वजह से सप्लाई कम पड़ रही है.
बरेली में 190 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड
बरेली में बीते 24 घंटे में 418 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है. सीएमओ का कहना है कि जिले में 1200 बेड हैं. फिलहाल ऑक्सीजन की यहां कोई कमी नहीं है. अधिकारियों की मानें तो बरेली में 190 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड मरीजों के लिए उपलब्ध हैं.
गोंडा में स्टॉक में सिर्फ 4 ऑक्सीजन सिलेंडर