उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

अनाथों के हुनर को लगे पंख, मिट्टी की मूर्ति बनाकर संवार रहे भविष्य

लखनऊ के दीपोत्सव मेले में अनाथ बच्चों ने भी अपने हुनर का प्रदर्शन किया. लीलावती मुंशी निराश्रित बाल गृह के अनाथ बच्चों के अपने हाथों से बनाई गई लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, लाइट्स के समान व अन्य उत्पादों को प्रदर्शनी में लगाया गया. इसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं.

अनाथों बच्चों ने बनाई मिट्टी की मूर्ति
अनाथों बच्चों ने बनाई मिट्टी की मूर्ति

By

Published : Nov 3, 2021, 11:35 AM IST

लखनऊ:दिवाली के अवसर पर लखनऊ में दीपोत्सव मेले का आयोजन किया गया. मेले में लीलावती मुंशी निराश्रित बाल गृह के अनाथ बच्चों के अपने हाथों से बनाई गई लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, लाइट्स के समान व अन्य उत्पादों को प्रदर्शनी में लगाया गया है. जिसे मेले में आने वाले लोग खूब पसंद कर रहे हैं और जमकर खरीदारी भी कर रहे हैं.

बच्चों ने बताया कि उन्होंने कई दिनों तक घंटों मेहनत कर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां बनाईं. बच्चों ने बताया कि सबसे पहले मिट्टी को गीला करने के बाद लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां बनाईं. इसके बाद दो दिनों तक उनके सूखने का इंतजार किया और फिर मूर्तियों को रंगा और सजाया. बच्चों की मूर्तियों को दीपावली के अवसर पर लगाए गए बड़े और विशाल मेले में जगह मिलने पर उन्होंने खुशी जाहिर की है.

अनाथों बच्चों ने बनाई मिट्टी की मूर्ति
लीलावती मुंशी निराश्रित बाल गृह की सहायक अधीक्षक कुसुम श्रीवास्तव ने बताया कि संस्था द्वारा इन बच्चों को मूर्तियां बनाने के लिए मिट्टी व अन्य सामान उपलब्ध कराए गए थे. NGO की प्रबंधक प्रियंका वर्मा व सचिव मुकेश गुप्ता ने बच्चों को ट्रेनिंग देते हुए उन्हें मूर्तियां बनाना सिखाया गया था. कई दिनों की ट्रेनिंग के बाद बच्चों ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के साथ सुंदर और खूबसूरत लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां बनाईं. आनंदी मां हस्तकला केंद्र के सचिव मुकेश गुप्ता ने बताया कि उनकी संस्था द्वारा ऐसे बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समय-समय पर काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में जो भी सामान बेचने के लिए रखा गया है वहां सभी सामान आश्रम के बच्चों द्वारा बनाया गया है. उन्होंने बताया कि यहां से होने वाली आय को इन्हीं बच्चों के उज्जवल भविष्य और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए खर्च किया जाएगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details