लखनऊ:एसआईटी ने कोर्ट में पेश की एक रिपोर्ट में कहा है किलखीमपुर खीरी हिंसा एक सोची-समझी साजिश थी. साथ ही एसआईटी नेलखीमपुर कोर्ट सेइस मामले में आरोपियों के खिलाफ धाराएं बढ़ाने के लिए अनुरोध किया है.इसके बाद लखीमपुर हिंसा को लेकर सियासत गर्म हो गई है. सपा, बसपा और कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरते हुए हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग की है.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आसिफ रिजवी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद पुलिस ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में गंभीरता दिखाई और अब एसआईटी ने यह माना है कि किसानों को कुचलना दुर्घटना नहीं थी, बल्कि एक साजिश के तहत ऐसा किया गया था. एसआईटी ने अब गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर नई धाराएं लगाई हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब ये तय हो गया है कि आशीष मिश्रा पूरी तरह से लखीमपुर हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन मोदी सरकार गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वे अब तक अपने पद पर बने हुए हैं. इससे तय हो गया है कि मोदी सरकार किसानों की हितैषी हो ही नहीं सकती. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब जब एसआईटी की जांच में सच्चाई उजागर हो गई है तो मोदी सरकार को गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करन देना चाहिए.
वहीं, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी तो पहले से कहती रही है कि तिकुनिया में जो घटना किसानों के साथ हुई है वह सोची-समझी घटना थी. उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा दोषी हैं. सबसे पहले अजय मिश्रा ने ही उकसावे वाला भाषण दिया था. इसके बाद ही केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे ने आशीष मिश्रा ने किसानों को कुचल कर मार दिया था. यह बात अब जांच रिपोर्ट में भी साबित हो गई है.