लखनऊ: लखनऊ नगर निगम का बजट आज प्रस्तुत हो रहा है. इसको लेकर विपक्षी दलों के पार्षदों ने धरना प्रदर्शन कर महापौर और प्रदेश सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की है. प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दलों के पार्षदों का कहना है कि नगर निगम वार्ड विकास संस्तुति निधि को समाप्त करने पर विचार कर रहा है. यदि ऐसा किया जाता है तो इससे लखनऊ का विकास बुरी तरह से प्रभावित होगा और इसके खिलाफ पार्षद नगर निगम से लेकर विधानसभा तक प्रदर्शन भी करेंगे.
लखनऊ में धरने पर बैठे विपक्षी के पार्षद - धरने पर बैठे विपक्ष के पार्षद
राजधानी लखनऊ में 42 विपक्षी पार्षद धरने पर बैठे हैं. पार्षदों का आरोप है कि भाजपा सरकार उनका बजट खत्म कर रही है. इससे वे अपने क्षेत्र का विकास नहीं कर पाएंगे.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पार्षद राजकुमार सिंह ने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई है विकास कहीं दिख नहीं रहा है. अस्थापना निधि को खत्म कर दिया है और 15वें वित्त पर सरकार ने रोक लगा रखी है. ऐसे में वार्ड विकास निधि को जिस तरह से खत्म करने की योजना पर काम हो रहा है, इससे विकास कम होगा.
इस बारे में पार्षद अमित चौधरी का कहना है कि बार-बार विकास निधि को खत्म करने की बात की जा रही है. 14वां वित्त खत्म कर दिया, 15वां वित्त खत्म कर दिया गया है और आस्थापना निधि का सारा पैसा खत्म कर दिया गया है.
पार्षद शफीकउर रहमान का कहना है कि जिस तरह से नगर निगम वार्ड विकास निधि खत्म कर रही है इससे विकास नहीं हो पाएगा. विपक्ष के ही नहीं सत्ता पक्ष के भी पार्षद इसके विरोध में हैं, लेकिन भाजपा में रहने के कारण वह बोल नहीं पा रहे हैं.
सड़क से विधानसभा तक प्रदर्शन को तैयार
कांग्रेस की पार्षद ममता चौधरी का कहना है कि जिस तरह से वार्ड विकास निधि खत्म किया जा रहा है, इससे सड़क, नाली की दुर्दशा हो रही है. नगर निगम लगातार पार्षदों के बजट में कटौती कर रहा है. यदि नगर निगम के इस बजट में इस पर निर्णय नहीं होता है तो सड़क से लेकर विधानसभा तक प्रदर्शन के लिए हम लोग तैयार हैं.
लखनऊ नगर निगम का बजट आज पास हो रहा है. इस बजट को लेकर विपक्षी दलों के 42 पार्षद बजट हाल के बाहर धरने पर बैठे हैं. वार्ड विकास संस्तुति खत्म करने के निर्णय को लेकर नगर निगम व महापौर के विरुद्ध नारेबाजी की.