लखनऊः भले ही इस भागमभाग भरी जिंदगी में लोगों का वक्त अपनी निजी जिंदगी के लिये गुजरता हो लेकिन राजधानी के युवाओं ने इस सब के बीच देश की आजादी को मनाने और देश में अमन-चैन का पैगाम देने का जरिया सोशल मीडिया को बना लिया है.
73 साल पहले भारत को विदेशी शासन से मिली स्वतंत्रता के बाद देश की युवा पीढ़ी अब पूरी तरह से सोशल हो चुकी है. कालेज में पढ़ाई कर रहे मोहम्मद आसिफ हुसैन बताते हैं कि भले ही उनका वक्त ज्यादातर इंटरनेट पर बीतता हो लेकिन वह इस माध्यम से अन्य देशों तक यह संदेश आम करते हैं कि भारत का हर युवा और नागरिक अपने देश से कितना प्यार करता है. भले ही वह किसी भी धर्म और जाति से जुड़ाव रखता हो.
एमबीए के छात्र सय्यद शारकेब का कहना है कि चाहे गणतंत्र दिवस हो या स्वतंत्रता दिवस, यह देश के लिये एक त्योहार हैं. इसमें हर धर्म और मिल्लत के लोगों को एकजुट होकर खुशियां मनानी चाहिए और जो नई पीढ़ी सोशल मीडिया पर अपना ज्यादा से ज्यादा वक्त जाया करती है, उसको भी आगे आकर इन पर्वों को बड़े ही हर्ष और उल्लास से मनाना चाहिए.