लखनऊ:राजधानी में इन दिनों निजी पैथॉलाजी लैब कोरोना की जांच में पूरी तरह से अपनी मनमानी कर रहे हैं. जांच के लिए सैम्पल लेने के बाद मरीज के घर और सम्पर्क सूत्र की जानकारी फर्जी चढ़ा रहे हैं. मामले का खुलासा तब हुआ जब लैब द्वारा किए गए जांच की रिपोर्ट में दो मरीज कोरोना संक्रमित निकले और पोर्टल पर दोनों मरीज के विदेश से लौटने की जानकारी दर्ज कराई गई थी.
अलीगंज स्थित न्यू लखनऊ डायग्नोस्टिक सेंटर में कोरोना जांच के प्रति लापरवाही बरती जा रही है. कोरोना जांच कराने वाले मरीजों का पता व फोन नंबर भी अलंतरानी डाल दिया जा रहा है. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब डायग्नोस्टिक सेंटर में कराने वाले दो मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जब पोर्टल पर इसकी जानकारी डायग्नोस्टिक सेंटर द्वारा चढ़ाई गई तो पोर्टल पर मरीज के ब्योरे में उसके दुबई से लौट के आने की बात कही गई थी. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों द्वारा दोनों मरीजों का ब्योरा पैथॉलाजी लैब से मांगा गया तो लैब संचालक के पसीने छूटने लगे. दरअसल, मामला यह था की डायग्नोस्टिक सेंटर ने दोनों मरीजों का ब्योरा गलत डाला था. इसके साथ-साथ दोनों के मोबाइल नंबर व दोनों का पूरा पता पोर्टल पर डाला गया था. इसके बाद जब अधिकारियों ने लैब जाकर जांच पड़ताल की तो पता चला पॉजिटिव आए दोनों मरीज लखनऊ निवासी थे. वह विदेश से नहीं लौटे थे.