लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बन रहे 75 नए डिग्री कॉलेज मजाक बनकर रह गए है. सरकार बार-बार नए डिग्री कॉलेज खोलने का आश्वासन देकर वाहवाही लूट रही है, वहीं उनके अधिकारियों की नाकामी का नतीजा है कि डिग्री कॉलेज जमीन पर उतरते पर नजर नहीं आ रहे हैं. विभागीय सूत्रों की मानें तो अभी तक सिर्फ 7 से 8 महाविद्यालयों के हैंडओवर की प्रक्रिया पूरी हो पाई है.
कब से यह महाविद्यालय शुरू होंगे? कब से इन पर दाखिले लिए जाएंगे? कौन और कैसे इनका संचालन करेगा? इसको लेकर अधिकारी स्थिति स्पष्ट करने के लिए तैयार नहीं है. जबकि, बीते 20 अप्रैल को मुख्यमंत्री के सामने हुए प्रेजेंटेशन में 100 दिन के भीतर ही कुछ कॉलेजों का संचालन किए जाने की बात कही गई है.
विश्वविद्यालय चलाएंगे कॉलेज
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब 75 नए डिग्री कॉलेज बनाए जा रहे हैं. यह कॉलेज सरकार बना रही है. पैसा जनता की जेब से लग रहा है लेकिन, इनका संचालन सरकार के द्वारा न करके विश्वविद्यालयों के माध्यम से एक कराया जाएगा. विभागीय सूत्रों की मानें तो 75 में से करीब 69 महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय को सौंपा जा रहा है. विश्वविद्यालय इन्हें कांस्टीट्यूएंट कॉलेज की तरह संचालित करेंगे. यानी यहां कोर्स संचालन से लेकर शिक्षकों की नियुक्ति तक की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय की होगी. वहीं, बचे हुए कॉलेजों का संचालन सरकार द्वारा राजकीय महाविद्यालय के रूप में किया जाएगा. बीते 20 अप्रैल को उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की तरफ से मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किए गए कार्य योजना में 100 दिन में कुछ डिग्री कॉलेज शुरू किए जाने की बात कही गई है. लेकिन अधिकारियों के स्थल पर अभी तक इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की जा सकी है.