लखनऊ: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में आंबेडकर जयंती के अवसर पर ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया. लॉकडाउन की वजह से ऑनलाइन आयोजित इस व्याख्यान के वक्ता बृजलाल पूर्व अध्यक्ष {एससी एसटी आयोग) ने वर्तमान परिदृश्य में बाबा साहेब की प्रासंगिकता" विषय पर अपना वक्तव्य दिया. उन्होंने विश्वविद्यालय के सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से प्रात 11:30 बजे व्याख्यान की विषयवस्तु पर चर्चा की.
लखनऊः आंबेडकर जयंती के अवसर पर ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन - effect of covid 19
आंबेडकर जयंती के अवसर पर लखनऊ के बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया. इस अवसर पर श्री बृजलाल पूर्व अध्यक्ष, एससी एसटी आयोग ने ऑनलाइन माध्यम से व्याख्यान दिया.
बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण
विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को संबोधित किया. मुख्य वक्ता बृजलाल ने कहा कि बाबा साहेब का सम्मान न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में होता है. हम उन्हें संविधान निर्माता के रूप में जानते हैं, मगर वह एक बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थें. वे एक महान अर्थशास्त्री, कानून विद, समाज सुधारक और राजनीतिज्ञ थे. कई सामाजिक विषमताओं के बावजूद उन्होंने संघर्ष किया और शिक्षा प्राप्त की व समाज के सबसे पढ़े लिखे व्यक्ति बन गए.
शिक्षक व कर्मचारी कोरोना से जीतने में दे रहे योगदान
कुलपति आचार्य संजय सिंह ने कहा कि आंबेडकर जयंती हम सभी के लिए बड़ा दिन है. हमारा विश्वविद्यालय बाबासाहेब के नाम पर स्थापित है और उन्हीं के आदर्शों को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं. विश्व कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की चपेट में है, जिससे निकलने के लिए हम सभी युद्ध स्तर की तैयारी में लगे हैं. प्रत्येक विद्यार्थी यहां के सभी शिक्षक व कर्मचारीगण इस युद्ध को जीतने में अपना सहयोग दे रहे हैं.
ऑनलाइन माध्यम से व्याख्यान का आयोजित
कुलपति ने कहा कि जिस प्रकार बाबासाहेब समाज के कल्याण के लिए समर्पित थे. उसी प्रकार यह विश्वविद्यालय परिवार भी समाज कल्याण को समर्पित है. हम अपना पूरा प्रयास कर रहे है कि इस समस्या से निपटने में अपना सहयोग दे सके. इस दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा सैनिटाइजर बनाकर वितरित किया गया. कोरोना महामारी में संकट के घड़ी ऑनलाइन माध्यम से हमनें व्याख्यान आयोजित किया. विद्यार्थियों को विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपनी शिक्षा जारी रखने का संदेश भी दिया.