लखनऊ :प्याज की बढ़ती कीमतों ने एक बार फिर आम आदमी की आंखों में आंसू ला दिया है. लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के कई शहरों में प्याज 50-60 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है. कारोबारियों की मानें तो फिलहाल प्याज की बढ़ती कीमतों में कोई कमी नहीं हो रही. हालांकि आगे आने वाले दिनों में भी राहत मिलने के आसार हैं.
नई फसल के बाद दामों में आएगी कमी
राजधानी में प्याज की कीमतें 50 रुपये प्रति किलो और उसके ऊपर तक पहुंच रहीं हैं. जानकारों के मुताबिक सर्दियों की फसल खत्म हो रही है और नई सफल अभी आई नहीं है. इससे दामों में तेजी है. अगले 10 दिनों में प्याज की कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है.
प्लेट से गायब हुआ प्याज
महंगी हो रहीं सब्जियों के कारण आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता जा रहा है. प्याज की महंगाई का असर न सिर्फ घरों में नजर आने लगा है बल्कि होटल, ढाबों और रेहड़ी-पटरी पर बिकने वाले खाने से भी लगभग प्याज दूर हो गई है. सलाद के नाम पर प्याज की जगह खीरा, गाजर और मूली लोगों को परोसा जा रहा है.
बाहरी मंडियों से माल न मिलने से दाम बढ़े
दुबग्गा मण्डी के उपाध्यक्ष और प्याज़ के थोक व्यापारी मो. एजाज ने बताया की हफ्तेभर से लगातार कीमतों में तेजी जारी है. हाल यह है कि बिन मौसम प्याज की कीमतें चढ़ रही हैं. नासिक समेत अन्य बाहरी मंडियां माल रोककर धीरे-धीरे आपूर्ति कर रहीं हैं. इसी का नतीजा है कि भाव में तेजी है. बची कसर बाहरी देशों में प्याज एक्सपोर्ट किए जाने से पूरी हो जा रही है. ऐसे में भाव चढ़ना लाजिमी है. हालांकि शुक्रवार को प्याज के भाव में कमी आई है. आने वाले दिनों में प्याज की कीमतों में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है. इधर, डीजल की कीमतें भी चढ़ी हैं. इसे भी कारोबारी ढाल बनाकर माल में कृत्रिम तेजी पैदा कर रहे हैं.