उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

यूपी में कोरोना की संक्रमण दर घटी, रिकवरी रेट बढ़ा

यूपी में कोरोना का कहर कम नहीं हुआ है. मरीजों के ठीक होने की संख्या बढ़ रही है. वहीं, जरा सी लापरवाही फिर से भारी पड़ सकती है. बुधवार सुबह 9 हजार नए मरीज बढ़ गए.

By

Published : Jan 26, 2022, 11:34 AM IST

कोरोना केस
कोरोना केस

लखनऊ: यूपी में कोरोना का प्रकोप कायम है, लेकिन वायरस के प्रसार में कुछ कमी आई है. वहीं, मरीजों के ठीक होने की रफ्तार में भी सुधार आया है. जरा सी लापरवाही से वायरस फिर भयावह हो सकता है. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसदी थी. वहीं, मंगलवार को बढ़कर 6.59 फीसदी हो गई है. उन्होंने कहा कि वायरस के प्रसार पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. जरा सी लापरवाही से स्थिति बिगड़ सकती है.

9 हजार नए मरीज बढ़े

बुधवार सुबह 9 हजार नए मरीज बढ़ गए. वहीं, मंगलवार को 24 घंटे में 1 लाख 99 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 11,583 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इतने केस एक दिन में मई में मिले थे. वहीं, 18,836 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 83 लाख से अधिक टेस्ट किए गए.

यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. वहीं तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमीक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है.

अब तक 359 ओमीक्रोन के मरीज मिले

17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई थी. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं, 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं.

यह भी पढ़ें:कोविड-19 को लेकर समीक्षा बैठकः सीएम योगी ने विशेष सर्विलांस अभियान को प्रभावी बनाने के दिए निर्देश

यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं, निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारंटीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.

86 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हुए

राज्य में एक्टिव केस की संख्या 86 हजार 563 हो गई है. इसमें 84 हजार 141 होम आइसोलेशन में हैं. सरकार की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं, 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ABOUT THE AUTHOR

...view details