लखनऊ: भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ ( IIM) में शनिवार को सभी छात्र अपने पुराने समय को याद करके भावुक हो गए. आईआईएम लखनऊ के पुरातन छात्र सम्मेलन (Old Students sammelan) में 25 साल पहले संस्थान से पढ़कर निकले छात्र एक बार फिर से संस्थान में वापस आकर इससे अपने पुराने दिनों को याद कर संस्थान से अपने जुड़ाव को महसूस किया. इस अवसर पर पुराने छात्रों ने अपने दीक्षांत समारोह के समय को याद करते हुए उसी के हिसाब से तैयार होकर पहुंचे थे. एक बार फिर से उन्होंने संस्थान में अपने अंतिम दिनों को जिया, जब वह संस्थान से अपनी डिग्री पूरी कर वहां से निकले थे. इस समारोह में आईआईएम-एल के पूर्व छात्र समिति ने 1992, 1997, 2002, 2007 और 2012 के पूर्व छात्र शामिल हुए. पूर्व छात्रों ने अपने-अपने कक्षाओं, कैंटीन परिसर में बिताए समय को याद किया.
संस्थान के पूर्व छात्र समीर सिंह ने बताया कि वह 1997 बैच के छात्र रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमारा बैच 25 साल पूरा कर चुका है, तब से संस्थान में वापस आने का मौका नहीं मिला था. आज 25 साल बाद वापस आया हूं, तब से लेकर अब तक संस्थान में काफी कुछ बदल गया है, लेकिन अगर कुछ नहीं बदला है तो वह हमारे प्रोफेसर हैं. वह अभी भी वैसे हैं. यह मेरे लिए गर्व की बात है संस्थान से जाने के बाद आज जब मैं दोबारा वापस आया, तो प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव से मिलने का मौका मिला. वहीं, सुधांशु ने बताया कि वह 1992 बैच के पास आउट हैं. हमारे टाइम में प्रोफेसर हमारी हर चीज में पर्सनली इनवॉल्व होते थे. उस समय हमने पढ़ाई के साथ-साथ काफी मौज मस्ती भी की है. उम्मीद करता हूं कि आज भी वैसा ही माहौल संस्थान में है.