लखनऊ : पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को लेकर कमर्चारी संगठनों ने व्यापक रणनीति बनाई है. सरकार से अपनी मांग पूरी कराने के लिए संगठनों के नेताओं ने रूपरेखा बनानी तेज कर दी है. आंदोलन को धार देने के लिए रेलवे, डाक, आयकर, पासपोर्ट, आकाशवाणी, दूरदर्शन के साथ लेकर राज्य कर्मचारी संगठनों में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, कलेक्ट्रेट मिनिस्टीरियल एसोसिएशन, डिप्लोमा इंजीनियिर्स महासंघ, उघान, सिंचाई, परिवहन, कोषागार, निबंधन, लोकनिर्माण विभाग, कृषि, मंडी, प्रदूषण नियंत्रण, कर्मचारी राज्य बीमा निगम, अल्पबचत, रजिष्टार चिटफंड, श्रम, शिक्षा, राजस्व, ग्राम विकास, ग्राम पंचायत, सफाई कर्मचारी, आईटीआई, बाल विकास पुष्टाहार, खाद्य रसद, सहित सैकड़ोें विभाग के सेवा संगठनों ने आंदोलन का एलान किया है. पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के बैनर तले राष्ट्रव्यापी आन्दोलन का निर्णय लिया गया है. लखनऊ में यह प्रदर्शन कर्मचारी प्रेरणा स्थल डीएम आवास के सामने किया जाएगा.
राज्य कर्मचारियों, शिक्षकों ने अब केन्द्रीय कर्मचारी संगठनों को भी अपने साथ लिया है. केन्द्रीय कर्मचारी संगठन रेलवे के आरके पाण्डेय, परिषद से हरिकिशोर तिवारी, शिवबरन सिंह यादव ने बताया कि 2004 से नव परिभाषित अंशदान पेंशन योजना से पूरे कर्मचारी, शिक्ष्क समाज का भविष्य अंधकारमय हो गया है. कई बार उच्च स्तरीय बैठक पर नई पेंशन योजना का हर स्थिति में विरोध दर्ज कराया गया, लेकिन सरकार ने अब तक ध्यान नहीं दिया है. परिणाम स्वरूप एक राष्टव्यापी मंच का गठन कर पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक निर्णायक आन्दोलन की शुरूआत की जा रही है. पोस्टल आर्डर के शत्रुहन यादव ने पुरानी पेंशन के मामले में सरकार का ध्यान आकृषित कराते हुए कहा कि कर्मचारी शिक्षक समाज को हर हाल में पुरानी पेंशन बहाली चाहिए.