लखनऊ: राजधानी के सिविल अस्पताल में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए शासन की तरफ से सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की पुरानी बिल्डिंग को अस्पताल को हैंडओवर किया जाएगा, जिससे अस्पताल का विस्तार हो सके और बेहतर चिकित्सा सेवाएं लोगों को मिल पाएं.
जानकारी देते मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नंदा. राजधानी का सिविल अस्पताल वीवीआईपी अस्पताल माना जाता है. यहां दूसरे शहरों से भी मरीज दिखाने आते हैं. ऐसे में मरीजों को और बेहतर सुविधाएं देने के लिए इसके विस्तार को हरी झंडी मिल गई है. शासन से सूचना विभाग की पुरानी बिल्डिंग हॉस्पिटल को ट्रांसफर करने की अनुमति दे दी गई है. इसके बाद सूचना विभाग की बिल्डिंग खाली कराई जा रही है. हॉस्पिटल प्रशासन ने आगे की कार्यवाही पर काम करना भी शुरू कर दिया है.
अस्पताल के विस्तार को तैयार हो रहा प्रपोजल
गौरतलब है कि काफी समय से सूचना विभाग की पुरानी बिल्डिंग को सिविल अस्पताल को हैंडओवर कर इसके विस्तार के चर्चा चल रह थी. वहीं अब शासन से मंजूरी मिलते ही इसके विस्तार की कवायद दोबारा से तेज हो गई है. अब इलाज की तकनीकी में बदलाव और नई बीमारी आने की वजह से दोबारा प्रपोजल बनाकर भेजा जाएगा. ताकि मरीजों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं एक ही छत के नीचे बेहतर तरीके से मिल पाएं और लोगों को इलाज के लिए भटकना न पड़े.
जल्द हैंडओवर होगी बिल्डिंग
सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नंदा ने बताया कि शासन से संस्तुति मिलने के बाद अभी तो निर्माण विभाग के इंजीनियर और अफसरों को लेटर लिख दिया गया है. ताकि विस्तार को लेकर के जो निर्माण कार्य होना है, उसका काम शुरू हो सके. इसके साथ बिल्डिंग को जल्द से जल्द हैंडओवर करने के आदेश भी सूचना विभाग को हो गए हैं, जिसके चलते उम्मीद है जल्द ही आने वाले दिनों में सूचना विभाग की बिल्डिंग में सिविल अस्पताल के विस्तार का कार्य प्रारंभ होगा. ताकि बिल्डिंग को जरूरतों के अनुसार बनाया जा सके. उम्मीद है दो-तीन साल के अंदर राजधानी के लोगों को एक अस्पताल में और भी बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी. इसके साथ ही सिविल अस्पताल का बजट भी बढ़ाया जाएगा, जिससे कि चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने में बजट की कमी न रहे.
अलग से होगा ट्रामा सेंटर
सिविल अस्पताल में विस्तार होने पर सबसे बड़ा फायदा या होगा कि सिविल अस्पताल में ट्रामा सेंटर के लिए भी 18 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया था. जिस पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ नंदा ने बताया कि ट्रामा सेंटर के लिए अलग से रणनीति बनाई जाएगी. इसका निर्माण किस जगह किया जाएगा, इस पर भी विस्तार से चर्चा हो रही है.
सिविल अस्पताल का विस्तार होने पर तमाम सेवाओं का भी विस्तार होगा, जिसके बाद यह निम्न सेवाएं सिविल अस्पताल में बढ़ जाएंगी.
- नई ऑक्सीजन लाइन बिछाई जाएगी.
- डीएनबी कोर्स के लिए अलग से सेमिनार रूम.
- बड़ी आइसोलेशन विंग.
- न्यू ओपीडी.
- ऑर्थो विंग.
- डायबिटीज एवं हाइपरटेंशन विंग.
- संचारी रोग के लिए एक ही जगह अलग से लैब.
- मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर.