लखनऊ : लखनऊ छावनी परिषद का एक आदेश ओला कंपनी संचालकों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. अभी तक छावनी क्षेत्र में प्रवेश करने पर ओला को किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता था, लेकिन अब छावनी परिषद ने छोटे वाहनों के क्षेत्र में प्रवेश करने पर ₹30 का टैक्स लगा दिया है. यानी छावनी क्षेत्र के आसपास वाले जो भी लोग ओला, उबर कंपनी की गाड़ियों से छावनी क्षेत्र से होकर गुजरेंगे उन पर भी इसका असर पड़ सकता है. वहीं टैक्स बढ़ने से ओला उबर कंपनी किराए में भी वृद्धि कर सकती है. इस आदेश के लागू होने के बाद सोमवार को यात्रियों और चालकों के बीच में विवाद भी होता दिखा.
हर फेरे में देना होगा ₹30 टैक्स
छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी अमित मिश्रा की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि 22 अक्टूबर से रोजी इंटरप्राइजेज को छावनी क्षेत्र में प्रवेश के लिए ठेका दिया गया है. अब छावनी क्षेत्र से जो भी छोटे वाहन गुजरेंगे उन्हें ₹30 और बड़े वाहन के लिए ₹180 प्रति प्रवेश, प्रति वापसी टैक्स वसूला जाएगा. छावनी परिषद की तरफ से ओला प्रभारी/प्रबंधक को इस बाबत पत्र भी भेज दिया गया है. छावनी परिषद के इस आदेश के बाद ओला, उबर संचालकों में काफी नाराजगी भी है. सोमवार को ओला, उबर से टैक्स की वसूली भी शुरू हो गई है.