लखनऊ: परफॉर्मेंस ग्रांट घोटाले को लेकर एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा से शिकायत की है. नूतन ठाकुर ने अपनी शिकायत में कहा है कि विजिलेंस की सिफारिशों के बावजूद आईएएस अधिकारी विजय किरण आनंद पर एफआईआर नहीं दर्ज की गई, जबकि विजिलेंस ने विजय किरण आनंद के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की थी.
परफॉर्मेंस ग्रांट घोटाले में नूतन ठाकुर ने कार्रवाई पर उठाए सवाल, जल्द चार्जशीट पेश करेगी विजिलेंस
परफॉर्मेंस ग्रांट घोटाले मामले में नूतन ठाकुर ने लोकायुक्त संजय मिश्रा से भेद पूर्ण कार्रवाई करने की शिकायत की हैं. शिकायत में आरोप लगाए हैं कि तमाम ग्राम पंचायत जो कि इस फंड की हकदार नहीं थी उन्हें भी नियमों को ताक पर रखते हुए फंड रिलीज किया गया.
18 अप्रैल से 20 दिसंबर 2017 तक विजय किरण आनंद डायरेक्टर पंचायती राज रहे. घोटाले के उजागर होने के बाद 23 अप्रैल 2017 को शासन ने जांच के निर्देश जारी किए थे. शिकायत में बताया गया है कि जांच के आदेश के बाद विजय किरण आनंद ने 30 मई 2017 को सभी बैंकों को धनराशि ट्रांसफर करने का आदेश दिया था. विजय किरण आनंद वर्तमान में डीजी शिक्षा के पद पर तैनात हैं. नूतन ठाकुर ने लोकायुक्त संजय मिश्रा से भेद पूर्ण कार्रवाई करने की शिकायत की है.
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नूतन ठाकुर का कहना है कि घोटाले की जांच के बाद भी आईएएस अधिकारी ने परफॉर्मेंस ग्रांड का फंड बैंक के अकाउंट में ट्रांसफर किया. जबकि जांच के निर्देश होने के बाद ऐसा करना ठीक नहीं था. मैंने इस मामले की जांच में भेदभाव के रवैए को लेकर लोकायुक्त से शिकायत की है. नूतन ठाकुर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाए हैं कि तमाम ग्रामपंचायत जो कि इस फंड की हकदार नहीं थी उन्हें भी नियमों को ताक पर रखते हुए फंड रिलीज किया.
घोटाले के उजागर होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे की जांच के निर्देश दिए थे, जिसके बाद विजिलेंस इस पूरे मामले में जांच कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विजलेंस की जांच लगभग पूरी हो गई है. घोटाले से जुड़े हुए संबंधित सभी लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में विजिलेंस घोटाले के आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल कर सकती है.