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लखनऊ: कम हो गईं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या

लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फंसे बड़ी संख्या में मजदूर अपने घर पहुंच चुके हैं. यही कारण है कि राजधानी में आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या में लगातार कमी हो रही है. इससे रेलवे स्टेशन के बाहर से यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में लगी रोडवेज बसों की संख्या में भी कमी आई है.

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कम हुई श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या

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Published : Jun 8, 2020, 5:08 PM IST

लखनऊ: देशभर में जब लॉकडाउन हुआ और प्रवासी श्रमिक विभिन्न राज्यों में फंस गए तो भारतीय रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया. देश के विभिन्न राज्यों से लखनऊ के रेलवे स्टेशनों पर हर रोज बारह से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से हजारों यात्रियों का आना-जाना शुरू हुआ. यात्रियों को प्रदेश के विभिन्न जनपदों तक पहुंचाने के लिए सभी 10000 बसों का संचालन रोडवेज प्रशासन ने शुरू किया.

कम हुई श्रमिक ट्रेनों की संख्या

अब श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या में कमी आई है. अब हर रोज छह से भी कम श्रमिक स्पेशल ट्रेनें राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन पहुंच रही हैं. बाहरी राज्यों से आने वाले मजदूरों की संख्या भी कम हो गई है. श्रमिक स्पेशल ट्रेनों और श्रमिकों की कमी के कारण चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन के बाहर लगने वाली बसों की संख्या में भी कमी कर दी गई है.

कम हुई रोडवेज बसों की संख्या

बसों की संख्या में भी आई कमी

अब 50 से कम ही बसें स्टेशनों के बाहर यात्रियों को ले जाने के लिए मौजूद हैं. रोडवेज के अधिकारियों के मुताबिक जब श्रमिक स्पेशल ट्रेनें ही नहीं आ रही हैं तो ऐसे में उन बसों को वापस परिवहन निगम के डिपो में खड़ा किया गया है. ज्यादा बसों की जब भी जरूरत होगी और जिला प्रशासन मांग करेगा तो बसें उपलब्ध करा दी जाएंगी. अधिकारियों का मानना है कि देश भर में 200 सामान्य ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ है, इसी वजह से अब श्रमिक स्पेशल ट्रेनें कम कर दी गई हैं.

यह थी संख्या
2 जून से लेकर 7 जून तक लखनऊ के रेलवे स्टेशनों पर आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों पर गौर करें तो यह आंकड़ा सिर्फ 27 ट्रेनों का ही रह गया. जबकि मई माह के दौरान एक ही दिन में 24 से ज्यादा ट्रेनें रेलवे स्टेशन पर पहुंची थीं. 2 जून को 9 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें आईं, 18 बसें भेजी गईं और 720 यात्री रवाना किए गए. 3 जून को चार ट्रेनें आईं, 33 बस थी और 1087 यात्रियों की संख्या रही. 4 जून को 3 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 1196 यात्री आए, जिनके लिए 33 बसें चलाई गईं. 5 जून को सिर्फ दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन लखनऊ पहुंचीं. इनसे 876 यात्री 24 बसों से घरों को भेजे गए. 6 जून को आंकड़ा बढ़ा और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या 4 हुई. 1363 श्रमिक 35 बसों से घर भेजे गए. सात जून को पांच श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 1057 यात्री आए, जिन्हें 36 रोडवेज बसों से उनके घर भेजा गया.

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