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वायरल बुखार, सांस लेने में हो दिक्कत तो तुरंत कराएं कोविड की जांच, चिकित्सकों ने दी यह सलाह - अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन

राजधानी में इन दिनों सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अस्पतालों में बुखार से पीड़ित मरीज काफी ज्यादा पहुंच रहे हैं.

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Published : Apr 18, 2023, 10:43 AM IST

लखनऊ : 'कोरोना वायरस के आने से हर किसी के इम्यून सिस्टम पर बुरा प्रभाव पड़ा है. यही कारण है कि बहुत ही आसानी से अब कोई भी बीमारी मरीज को हो जाती है क्योंकि मानव शरीर के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरूरी होता है. जब किसी व्यक्ति की इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, तो मरीज को अन्य बीमारियां घेरने लगती है.' यह बातें सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस देव ने कहीं. उन्होंने कहा कि अगर तबीयत बिगड़ रही है, वायरल बुखार हुआ है और सांस लेने में दिक्कत परेशानी हो रही है तो तुरंत कोविड जांच कराएं. मंगलवार को अस्पतालों की ओपीडी में काफी भीड़ रही. वहीं सोमवार को सिविल अस्पताल में सुबह से लेकर दोपहर 2 बजे तक फिजिशियन की सभी ओपीडी में कुल 772 मरीज इलाज के लिए पहुंचे.



उन्होंने कहा कि 'मौजूदा समय में प्रदेश भर में कोविड के मरीज बढ़ रहे हैं. अस्पतालों में भी इस समय बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा हो रही है, हालांकि इस समय सभी बीमारियों से पीड़ित मरीज आ रहे हैं, लेकिन इनमें सबसे अधिक वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या है. बता दें कि लखनऊ में बीते सोमवार को 119 कोविड पॉजिटिव मरीज मिले थे. यह मरीज जिले के सरोजनीनगर में 7, सिल्वर जुबली में 9, इन्दिरानगर में 12, आलमबाग में 14, चिनहट में 14, गोसाईगंज में 15, एनके रोड में 16, अलीगंज में 21 इत्यादि क्षेत्रों के हैं. जिले में कोविड एक्टिव केसों की संख्या 875 है.



वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस देव ने कहा कि 'कोरोना वायरस ने इतनी बुरी तरह से सेहत पर असर डाला है कि अब मरीज को आसानी से अन्य बीमारियां भी अपनी चपेट में ले लेती हैं. कमजोर इम्यूनिटी होने पर कब्ज, अपच, एसिडिटी आदि समस्याएं होने लगती हैं. साथ ही व्यक्ति को पेट में दर्द आदि समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है. कोरोना के कारण जल्दी-जल्दी लोगों की तबियत खराब होने लगी है. कई बार ऐसे केस में मरीजों का वजन भी कम हो जाता है.' उन्होंने बताया कि 'पहले से ही कोरोना वायरस ने ही मरीजों का जीना मुहाल किया था. उसके बाद संचारी रोग जिसमें डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया जोकि अक्टूबर-नवंबर के महीने में तेजी से फैला था और सभी लोग इससे प्रभावित हुए थे. ऐसे में किसी भी मरीज की रिपोर्ट तो पॉजिटिव नहीं आ रही थी, लेकिन कमजोरी और बदन में दर्द से मरीजों का हाल बेहाल हो गया था. कोरोना वायरस की वजह से मरीजों की इम्यूनिटी कमजोर हुई है. कोरोना वायरस के कारण सभी स्वास्थ्य पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है.'



इन्फ्लूएंजा ने बढ़ाई दिक्कतें :उन्होंने बताया कि 'संचारी रोग के बाद इन्फ्लूएंजा एच3एन2 ने भी लोगों को काफी परेशान किया. पिछले एक हफ्ते पहले अस्पतालों में ज्यादातर मरीज वायरल बुखार यानी इन्फ्लूएंजा से पीड़ित मरीजों की संख्या रही. उन्होंने कहा कि इस समय वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी है. उन्होंने कहा कि इसके लिए बनेगी सभी लोग अपनी सेहत का ख्याल रखें. अपने खाने-पीने का ध्यान दें. इसके अलावा अपनी दिनचर्या में सुधार लाएंगे तो सेहत अच्छी बनी रहेगी.'

बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने कहा कि 'इस समय कोरोना वायरस का प्रकोप काफी ज्यादा है. अस्पतालों में भी बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जितने भी मरीज आ रहे हैं, उन्हें तुरंत इलाज दिया जा रहा है. इसके अलावा सोमवार को अस्पताल में काफी भीड़ देखने को मिली. लगभग तीन से अधिक मरीज सोमवार को अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे, वहीं लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने कहा कि अस्पताल में रोजाना सभी ओपीडी को जोड़ते हुए दो से तीन हजार मरीज इलाज के लिए जा रहे हैं. कोरोना वायरस को लेकर डरने व घबराने की जरूरत नहीं है. इसके लिए जरूरी है कि मास्क का इस्तेमाल करें और भीड़ में जाने से बचें. इसके अलावा बच्चों व बुजुर्गों का अधिक ख्याल रखें. घर में अगर किसी को वायरल बुखार हुआ है तो उन्हें क्वारंटाइन रहने के लिए कहें, ताकि बाकी सदस्य वायरल की चपेट में न आएं.'

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