लखनऊ: बस स्टेशन और बसों में कोरोना वायरस से सुरक्षित सफर के परिवहन निगम के वादे के बाद लोग अब बसों से सफर करने लगे हैं. दिन-प्रतिदिन यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है. एक लाख से ज्यादा यात्री अब हर रोज रोडवेज बस से अपनी मंजिल तय कर रहे हैं. परिवहन निगम की बसों में सुरक्षित सफर के लिए यात्रियों का बढ़ता विश्वास परिवहन निगम की उम्मीदों को मजबूत कर रहा है. रोडवेज अधिकारियों का मानना है कि बस ऑपरेशन न होने की स्थिति में निगम को जो घाटा हुआ है, वह धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ने से पूरा होने की उम्मीद है.
एक जून से शुरू हुआ बसों का संचालन
लॉकडाउन के करीब 70 दिन बाद 1 जून से जब उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों का संचालन शुरू हुआ तो रोडवेज अधिकारियों को इस बात की फिक्र थी कि कहीं ऐसा न हो कि कोरोना के डर से यात्री बसों से सफर ही न करें. परिवहन निगम को और भी घाटा झेलना पड़ जाए. परिवहन निगम के एमडी डॉ. राजशेखर की तरफ से बस स्टेशन और बसों में यात्रियों के सुरक्षित सफर की जो व्यवस्था की गई, उससे यात्री कोरोना से घबराए बिना अपनी मंजिल तय करने के लिए बसों का सहारा लेने लगे. धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी और बसों की संख्या में भी इजाफा कर दिया गया.
एक लाख से ज्यादा यात्री कर रहे बस से सफर
1 जून को जब रोडवेज बसों का संचालन शुरू हुआ तो प्रदेश के 115 डिपो से 2240 बसों का संचालन किया गया. 52 हजार यात्रियों ने रोडवेज बसों से पहले दिन सफर किया. 2 जून को परिवहन निगम ने यात्रियों की संख्या को देखते हुए 3167 बसों का संचालन किया और 68 हजार यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया. धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ी और 3 जून को परिवहन निगम ने बसों की संख्या में और बढ़ोतरी की. तीन जून को 3720 बसों का संचालन किया गया, जिससे 1 लाख 10 हजार यात्री उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के लिए रवाना हुए. चार जून को 3800 बसें संचालित हुईं और 1 लाख 75 हजार यात्री बसों से यात्रा करने निकले.