लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. संक्रमित लोगों की मौतें हो रही हैं. महामारी से मरने वालों की लाशों के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को काफी इंतजार करना पड़ रहा है. श्मशान घाटों पर लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं, हालत ऐसी है कि लाशों के दाह संस्कार के लिए टोकन दिए जा रहे हैं. शव के अंतिम संस्कार के लिए टोकन लेकर लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. मुर्दाघरों के बाहर लाशों की कतारें लगी हुई हैं. काफी फजीहत के बाद लखनऊ नगर निगम प्रशासन ने भैंसाकुंड मुक्तिधाम पर विद्युत मशीन को ठीक कराया है. शनिवार को गुलाला घाट और भैंसाकुण्ड मुक्तिधाम पर लाशों के दाह संस्कार के लिए 10-10 अंत्येष्टि स्थल बनवाए हैं. इनमें इलेक्ट्रिक मशीन वाले दाह संस्कार स्थल भी शामिल हैं.
गुलाला घाट और भैंसाकुंड धाम पर बढ़ाए गए अंत्येष्टि स्थल
राजधानी लखनऊ में कोरोना से मरने वालों की लाशों के अंतिम संस्कार के लिए नगर निगम ने गुलाला घाट व भैंसाकुण्ड धाम में अंत्येष्टि स्थलों की संख्या बढ़ा दी है. दोनों जगहों पर 10-10 अंत्येष्टि स्थल बनाए गए हैं.
लखनऊ नगर निगम
संक्रमण के बढ़ते ही जा रहे हैं मामले
बता दें कि राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण का प्रकोप लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहा है. कोरोना संक्रमण के मामले में लखनऊ में आज अभी तक सबसे ज्यादा 4059 नए केस मिले. इस दौरान 23 कोरोना संक्रमित मरीजो की मौत भी हो गई. इसके साथ ही कोरोना संक्रमण को लेकर राजधानी में शनिवार को 850 स्थलों पर बैरिकेडिंग और सीलिंग की कार्रवाई की गई.
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