लखनऊ: राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने खेल मैदान में 26 अक्टूबर से राज्य स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी चल रही है. खादी ग्राम उद्योग की तरफ से सारी व्यवस्थाएं की गई हैं. प्रदर्शनी में खादी से निर्मित प्रोडक्ट उपलब्ध हैं. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चलाए जा रहे लोकल फॉर वोकल की थीम को पूरी तरीके से अपनाया गया है.
चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने हुआ आयोजन. 9 नवंबर तक चलेगी प्रदर्शनी
चारबाग के बाल संग्रहालय मैदान में 26 अक्टूबर को खादी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. यह प्रदर्शनी आगामी 9 नवंबर तक चलेगी. इसमें लखनऊ के चिकन से लेकर भदोही की कालीन और प्रतापगढ़ के आंवला से बने उत्पाद से लेकर बिहार की मधुबनी की कला और भारतीय और सांस्कृतिक विरासत का रंग देखने को मिल रहा है.
26 अक्टूबर को प्रदर्शनी का हुआ आयोजन. प्रदर्शनी के संचालन के शुरुआती दौर में दूरदराज से आए सूक्ष्म एवं लघु उद्योग व्यापारियों की बिक्री नहीं हो पा रही थी, लेकिन धीरे-धीरे इन व्यापारियों की बिक्री में इजाफा दर्ज किया जा रहा है. शुरुआत में पूरी प्रदर्शनी में सिर्फ 2 लाख रुपये की सेल हुई थी. इसके बाद दुकानदार इस बात को लेकर चिंतित थे कि लखनऊ की राज्यस्तरीय प्रदर्शनी में किस तरह उनका फायदा होगा, लेकिन धीरे-धीरे खादी ग्राम उद्योग का विस्तार होने लगा.
खादी उद्योग द्वारा प्रचार और प्रदर्शनी में आए प्रोडक्ट की महत्वता को समझते हुए लोगों का आना शुरू हो गया. दुकानदारों का कहना है कि करीब 6 दिन बीतने के बाद आज एक दिन में करीब 7 से 8 लाख रुपये तक की सेल होने लगी है. अब तक इस प्रदर्शनी में 30 लाख रुपये तक की कमाई हो चुकी है.
खादी ग्राम उद्योग सहायक निदेशक आशुतोष सिंह ने बताया कि अभी दो दिन पहले दिन की सेल सिर्फ 2 लाख रुपये हुई थी, जो आज बढ़कर एक दिन में 6 से 7 लाख रुपये हो रही है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष खादी ग्राम उद्योग की प्रदर्शनी पिछली बार ऐशबाग में लगाई गई थी, जहां पर करीब सवा करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी. वे चाहते हैं कि इस बार पिछले वर्ष से भी ज्यादा की बिक्री हो.