लखनऊ: सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा के पेपर के पैटर्न में बदलाव किया है. 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में ऑब्जेक्टिव सवालों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी और कुछ सवाल केस स्टडी पर भी होंगे. हालांकि, इसके मार्क्स कुल प्रश्न पत्र के निर्धारित मार्क्स का 10 फीसदी होंगे. शिक्षकों का कहना है कि यह नई व्यवस्था करने का उद्देश्य छात्रों में विषयों को समझने की प्रवृत्ति विकसित करना है. इसके अलावा कई विषयों में कोर्स कम होने की वजह से प्रश्न कम कर दिए गए हैं. सीबीएसई सिटी कोऑर्डिनेटर डॉ. जावेद आलम खान के मुताबिक, सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के सभी विषयों में केस स्टडी के प्रश्न शामिल किए हैं. मॉडल पेपर भी उसी आधार पर बनाया गया है. कई विषयों के प्रश्नों की संख्या कम तो कहीं बढ़ाई गई है.
इन विषयों के प्रश्न पत्रों में हुआ बदलाव
इंटरमीडिएट
- हिस्ट्री - पहले 31 प्रश्न पूछे जाते थे, अब 30 होंगे. पांच सेक्शन की जगह छह कर दिए गए हैं. इसमें आब्जेक्टिव वाले 20 प्रश्नों की संख्या को घटाकर 15 कर दिया गया है. विषय आधारित केस स्टडी के तीन प्रश्न पूछे जाएंगे. मैप छह नबंर की जगह पांच नंबर का होगा.
- साइकोलॉजी- पांच की जगह छह सेक्शन होंगे. इसमें 32 की जगह 31 प्रश्न रहेंगे. 10 फीसद प्रश्न केस स्टडी के होंगे.
- बायोलॉजी- इसमें भी प्रश्न की संख्या बढ़ गई है. अब 27 की जगह 33 प्रश्न होंगे.
- अकाउंटेंसी- प्रश्न पत्र का खंड दो की जगह चार रहेगा.
- फिजिक्स और केमेस्ट्री- केस स्टडीज के सवाल रहेंगे. फिजिक्स में 37 प्रश्न की जगह 33 प्रश्न पूछे जाएंगे. वहीं, केमेस्ट्री में 37 की जगह 33 प्रश्न आएंगे.
- इंग्लिश - पहले तीन पार्ट थे. अब दो पार्ट सब्जेक्टिव और आब्जेक्टिव होंगे. पार्ट ए आब्जेक्टिव 40 नंबर और पार्ट बी सब्जेक्टिव भी 40 नंबर का होगा.
- हिंदी- दो खंड में 14 प्रश्न होंगे . खंड ए में वस्तु परक छह प्रश्न और ब में वर्णातमक आठ प्रश्न होंगे.